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रांची में पेयजल स्वच्छता विभाग में 20 करोड़ रुपये का गबन, आरोपी गिरफ्तार

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रांची: झारखंड के पेयजल स्वच्छता विभाग के स्वर्णरेखा शीर्ष कार्य प्रमंडल में 20 करोड़ रुपये के गबन मामले में पुलिस ने बुधवार को कैशियर संतोष कुमार को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से करीब 51 लाख रुपये कैश भी बरामद हुआ।

विभाग ने रांची में शहरी जलापूर्ति परियोजना के तहत पाइपलाइन बिछाने का काम एलएंडटी कंपनी को दिया था। आरोप है कि कैशियर संतोष कुमार ने दो फर्जी कंपनियां बनाकर एलएंडटी से करीब 20 करोड़ रुपये का भुगतान लिया और रकम अपने रिश्तेदारों के खाते में ट्रांसफर कर दी। फर्जी तरीके से भुगतान वसूलने का यह काम पिछले चार साल से चल रहा था।

यह घोटाला करीब तीन महीने पहले सामने आया था। इसके बाद कार्यपालक अभियंता ने रांची के सदर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी। संतोष कुमार मूल रूप से जहानाबाद जिले के रहने वाले हैं। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद से संतोष कुमार फरार था। जांच के लिए रांची सिटी एसपी ने एक विशेष टीम का गठन किया था। बुधवार को टीम ने आरोपी को सुखदेव नगर थाना क्षेत्र के इंद्रपुरी रोड नंबर 1 स्थित उसके ससुराल से गिरफ्तार कर लिया। वह यहां छिपकर रह रहा था।

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पुलिस ने उसके पास से 15 लाख रुपये बरामद किये। जबकि उसकी निशानदेही पर अन्य स्थानों से 35।98 लाख रुपये बरामद किये गये। मामला सामने आने के बाद झारखंड प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि चारा घोटाले की तर्ज पर झारखंड में पाइपलाइन घोटाला हुआ है। उन्होंने इसे लेकर झारखंड के पेयजल स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर पर भी सवाल उठाए हैं और ईडी से जांच की मांग की है।

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