रांची: रांची के बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल (Birsa Munda Central Jail) का प्रशासन एक बार फिर सवालों के घेरे में है। ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपियों के खिलाफ अदालत में दायर अभियोजन शिकायत (पीसी) में बताया है कि आरोपियों को जेल के अंदर अनुचित सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। अब ईडी इसे लेकर जेल अधीक्षक हामिद अख्तर को समन जारी करने की तैयारी में है।
ईडी द्वारा जेल में बंद आरोपियों को अनुचित लाभ देने का आरोप प्रॉसिक्यूशन कंप्लेन में लगाया है, जिसमें व्यवसायी प्रेम प्रकाश, पंकज मिश्रा, सीएम हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि, कोलकाता के व्यवसायी अमित अग्रवाल के अलावा पूजा सिंघल और छवि रंजन के नाम शामिल हैं। अभियोजन परिवाद में छवि रंजन और प्रेम प्रकाश की जेल के अंदर मुलाकात का उल्लेख किया गया है। चार्जशीट में कहा गया है कि दोनों आरोपी उच्च सुरक्षा वाली जेल के अंदर अवैध रूप से मिल रहे हैं। इससे साफ होता है कि साजिश अब भी जारी है।
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आईएएस छवि रंजन को रांची के जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 5 मई को जेल भेज दिया गया था। उसी दिन उन्होंने वीआईपी सेल में सत्ता के दलाल प्रेम प्रकाश के साथ बैठक की थी। प्रेम प्रकाश भी मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पहले से जेल में है। ईडी ने दोनों की मुलाकात के CCTV फुटेज को जब्त कर लिया था। बता दें कि बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल (Birsa Munda Central Jail) के अधीक्षक हामिद अख्तर पहले ही विवादों में घिर चुके हैं। ईडी ने एक बार पहले भी समन जारी किया था, लेकिन उन्होंने नियमों का हवाला देते हुए पेश होने से इनकार कर दिया था।
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