सागर: मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह आए दिन अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में बने रहते हैं। इस बार फिर उन्होंने राम मंदिर निर्माण में ट्रस्ट पर लगे जमीन घोटाले के आरोपों पर सवाल उठाए हैं।
बता दें कि बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह एक दिवसीय दौरे पर सागर पहुंचे, जहां उन्होंने मीडिया से बातचीत में शिवराज सरकार और केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा, साथ ही रामजन्मभूमि के चंदे पर बोले कि कोरोना काल में आपदा को अवसर में बदलने वाली भाजपा तो अब आस्था को अवसर बना दिया और भ्रष्टाचार में बदल दिया।
उन्होंने राम मंदिर निर्माण में ट्रस्ट पर लगे जमीन घोटाले के आरोपों पर भी सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने आपदा में अवसर नहीं, आस्था में भी अवसर तलाशा है। राम मंदिर ट्रस्ट की जमीन खरीदी में गड़बड़ी हुई है। उन्होंने मंदिर ट्रस्ट को भंग करने की मांग भी की है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण के लिए मैंने खुद 1.11 लाख रुपये का चंदा दिया है। मुझे इसका हिसाब देना चाहिए।
वहीं पूर्व सीएम ने पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सेंट्रल एक्ससाईज ड्यूटी कम कर दे दाम घट जाएंगे, वही जनसँख्या नीति पर उन्होंने कहा कि शिक्षा और गरीबी हटा दे, नियंत्रण हो जाएगा। धार्मिक विभाजन नहीं करें।
इसके अलावा उन्होंने सागर तालाब के अतिक्रमण को लेकर कहा कि इस पर भाजपा बड़े-बड़े नेताओं के कब्जे है। सरकार के कलेक्टर की ऐसी रिपोर्ट मेरे पास है, पूरी तरह से रेत माफिया हो भूमि माफिया हो या अन्य माफिया हो सबसे कमीशन बंधा हुआ है और मेरा तो यह आरोप है कि भाजपा शासन प्रशासन नहीं चलाती है धंधा करती है। अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई कर कब्जे हटाना चाहिए।