प्रदेश छत्तीसगढ़

यहां बारिश में कट जाता है 4 गांवों का संपर्क, अभी से तैयारियों में जुटे ग्रामीण

water-lodging-in-dhamtari धमतरी : बारिश शुरू होने और बाढ़ की स्थिति निर्मित होने पर वनांचल क्षेत्र में बसे जिले के चार गांवों से संपर्क टूट जाता है। इन गांवों की स्थिति सालों से है, लेकिन शासन-प्रशासन द्वारा आज तक कोई उचित व्यवस्था नहीं की जा सकी है। नक्सल अतिसंवेदनशील और सघन वनांचल में बसे नगरी ब्लाक के ग्राम करही, रिसगांव, खल्लारी और फरसगांव ऐसा गांव है, जहां बारिश होने और बाढ़ की स्थिति में जिला मुख्यालय से संपर्क टूट जाता है। वहीं, जिला प्रशासन हर साल बारिश शुरू होने से पहले इन गांवों में राशन की दुकानों से खाने-पीने के सामान और दवाओं की व्यवस्था करता है। यहां के ग्रामीणों को एक बार में चार से पांच महीने का राशन दिया जाता है, ताकि बारिश के कारण कनेक्शन टूटने पर लोगों को भूखमरी का सामना न करना पड़े। बारिश के कारण संपर्क टूट जाने से स्कूली बच्चों को भी कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। ये भी पढ़ें..Dhamtari: तेज गर्मी से हर कोई हलकान, अस्पतालों में बढ़ी मरीजों की भीड़ मामले में संयुक्त कलेक्टर एवं नोडल अधिकारी राहत शाखा ऋषिकेश तिवारी ने बताया कि जिले में 77 बाढ़ संभावित गांव हैं। इनमें मगरलोड तहसील के 29, धमतरी के 20, भाखरा के 13, कुरुद के 10 और नागरी तहसील के पांच गांव शामिल हैं। नगरी प्रखंड के करही, रिसगांव, खल्लारी व फरसगांव की राशन की चार दुकानें दुर्गम हो जाती हैं। इन दुर्गम राशन दुकानों में आगामी पांच माह से 31 मई तक खाद्यान्न का भण्डारण सुनिश्चित करने के निर्देश खाद्य अधिकारी को दिये गये हैं। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)