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 दीपावली के दीप रोशन कर रहे महिलाओं की जिंदगी

Diwali to be celebrated with Earthen lamps this year, India-China dispute may increase trade three times

लखनऊः प्रकाश का पर्व दीपावली तमाम महिलाओं की जिंदगी में उम्मीद का प्रकाश लेकर आया है। घर का काम-काज देखने वाली महिलाओं को दिशा मिली तो उन्होंने दीपावली पर मिट्टी के हजारों दीपक बना डाले। यह सराहनीय प्रयास फिक्की फ्लो संस्था ने किया है और अब महिलाएं इससे जुड़कर न सिर्फ सशक्त हो रही हैं, बल्कि आर्थिक लाभ भी कमा रही हैं।

रोशनी के त्यौहार पर जरूरतमंद महिलाओं का हुनर अब उनके काम आ रहा है। दीपावली पर वोकल फॉर लोकल होते हुए संस्था फिक्की फ्लो ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को स्वावलंबी बनाने की दिशा में काम कर रही है। महिलाओं को आत्मनिर्भरता की पाठशाला भी चलाई जा रही है। संस्था महिलाओं से यह पता करती है कि वह किस तरह का काम कर सकती हैं। उनकी पसंद के अनुसार काम बताकर संस्था उन्हें सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है। इसमें सबसे ज्यादा रोशनी प्रकाश का पर्व लेकर आया है। इसी के तहत फिक्की फ्लो के विलेज एडॉप्शन प्रोग्राम के तहत महिलाओं को दीया बनाने और सजाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। तमाम महिलाएं अपने परिवार के साथ तन्मयता के साथ दीया बना रही हैं। इनको खूबसूरत अंदाज में सजाने का कौशल सीख भी सिखाया जा रहा है।

महिलाओं ने 80 हजार रुपये के डिजाइनर दीये तैयार कर एक अनूठी मिशाल पेश की है। ये दीये 20 परिवारों ने मिलकर 15 दिन में बनाए हैं। इन दीयों के लिए ऑर्डर भी बुक हैं। एक सजावटी दीये की कीमत 10 रुपये है। हर महिला को प्रति दीया 4-5 रुपये की आमदनी भी हो रही है। महिलाओं के हुनर को बढ़ाने के इस काम के लिए फिक्की फ्लो द्वारा एनजीओ क्षितिज एजुकेशन एंड रुरल डेवलपमेंट को एडॉप्ट किया गया है। एनजीओ डायरेक्टर प्रतिभा सिंह के साथ मिलकर करीब 10 हजार महिलाओं के हुनर को तराशने का लक्ष्य है।

प्रदेश भर में यह प्रशिक्षण चल रहा है। इसमें महिलाओं का उत्साह देखते ही बन रहा। सोशल मीडिया पर इसका खूब प्रचार-प्रसार भी किया गया है। इन्हें तमाम कॉर्पोरेट ऑर्डर भी मिले हैं और अब दीयों की बिक्री जोरों पर है। जरूरतमंद महिलाओं को दीया मेकिंग क्लासेज के लिए वेबिनार का प्रबंध किया गया है। जगह-जगह बनाए सेंटर पर महिलाओं ने प्रशिक्षक दीक्षा से वेबिनार के जरिए प्रशिक्षण प्राप्त किया है। जिन महिलाओं को वेबिनार में ठीक से समझ नहीं आया, उन्होंने फ्लो मेंबर्स से व्यक्तिगत रूप से मिलकर प्रशिक्षण लिया।

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आत्मनिर्भर और निडर बन सकेंगी महिलाएं

फिक्की फ्लो की ओर से लखनऊ सर्किल की अध्यक्ष पूजा गर्ग ने बताया कि महिलाओं ने बेहद खूबसूरत दीये बनाए हैं, जिन्हें लोग खूब पसंद भी कर रहे हैं। 80 हजार रुपये के ऑर्डर को पूरा करने के बाद हम अगले लक्ष्य की ओर बढ़ेंगे। उन्होंने बताया कि मिशन शक्ति का एक उद्देश्य महिलाओं और लड़कियों को अपने पैरों पर खड़े होने का हुनर भी सिखाना है। इससे वो आत्मनिर्भर और निडर बन सकेंगी। इस सोच और दीपावली की आमद को देखते हुए हमने ये पहल की। ये हमारी तरफ से स्वदेशी को बढ़ाने का एक उपक्रम भी है।