Cyclone Remal : बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवाती तूफान रेमल (Cyclone Remal) तेजी से आगे बढ़ रहा है और कुछ ही घंटों में यहां के तटों से टकराएगा। तटीय इलाकों में हवाएं तेज हो रही हैं और हल्की बारिश भी शुरू हो गई है। समुद्र में तेज लहरें उठने लगी हैं। जैसे-जैसे चक्रवात आगे बढ़ेगा, हवाएं तेज होती जाएंगी और बारिश की मात्रा भी बढ़ती जाएगी।
Remal से निपटने के लिए प्रशासन ने कसी कमर
दूसरी ओर, चक्रवात से होने वाले नुकसान से निपटने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है और जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। सुंदरबन के हर ब्लॉक में 12 राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया दल और राज्य आपदा प्रतिक्रिया दल पहले से ही तैयार हैं। संदेशखाली हिंगलगंज इलाके पर अतिरिक्त फोकस है। सिंचाई, बिजली और स्वास्थ्य विभाग ने भी स्थिति से निपटने की पूरी तैयारी कर ली है। 50 हजार पैकेट पीने के पानी का इंतजाम किया गया है। पर्याप्त मात्रा में सूखे खाने के पैकेट जमा किए गए हैं। कुछ लोगों को स्कूलों और राहत शिविरों में पहुंचाया गया है। सुंदरबन इलाके के लोग चिंतित हैं।
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कई चक्रवाती तूफानों का सामना कर चुके है ये इलाके
हाल ही में सुंदरबन के सीमावर्ती इलाकों के लोगों ने अम्फान, आइला, बुलबुल जैसे चक्रवातों से हुए नुकसान को अपनी आंखों से देखा है। ऐसे में प्रशासन उनकी चिंताओं को ध्यान में रखते हुए उन्हें सचेत कर रहा है, साथ ही उन्हें सुरक्षा का भरोसा भी दिला रहा है। स्थानीय निवासी रेणुका मंडल और नमिता मंडल ने बताया कि पहले आए तूफानों के कारण उनकी जमीन, मछली फार्म और घरों को भारी नुकसान पहुंचा है, पूरा सुंदरवन परेशान है। महीनों तक गांव छोड़ना पड़ा। कई परिवारों को घर तबाह होने के बाद भी मुआवजा नहीं मिला। ऐसे में वे डरे हुए हैं। उन्हें चक्रवात की आशंका से चिंता हो रही है।
Cyclone Remal को लेकर लोग चिंतित
राज्य के पूर्व मेदिनीपुर और दीघा इलाके में भी मौसम बदल रहा है, बारिश और हवाएं तेज हो रही हैं। इलाके के लोग चक्रवात को लेकर चिंतित हैं। दूसरी ओर हिंगलगंज बीडीओ देवदास गांगुली ने बताया कि प्रशासन ने तूफान से निपटने की पूरी तैयारी कर ली है। हम लोगों को पूरी तरह से आश्वस्त कर रहे हैं कि उन्हें कुछ नहीं होगा, लेकिन अपने पिछले अनुभवों को देखते हुए लोग डरे और सहमे हुए हैं।