Saturday, December 21, 2024
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CWG 2022: महज 5 साल की उम्र में किसान के बेटे दीपक पूनिया ने शुरू कर दी थी पहलवानी, अब गोल्ड जीतकर लहराया तिरंगा

बर्मिंघम: विश्व जूनियर चैंपियन और विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता दीपक पुनिया ने शुक्रवार को 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में कुश्ती में पाकिस्तानी रेसलर को धूलचटाकर भारत को तीसरा स्वर्ण पदक दिलाया। उन्होंने फाइनल में पाकिस्तान के इनाम मलिक को हराया। दीपक पुनिया ने राष्ट्रमंडल खेलों में अपना पहला स्वर्ण पदक जीतने के लिए अंकों के आधार पर 3-0 से जीत हासिल की। यह कट्टर प्रतिद्वंद्वी भारत और पाकिस्तान के पहलवानों के बीच एक मुकाबला था, लेकिन पुनिया ने अपने प्रतिद्वंद्वी को कोई मौका नहीं दिया। स्कोरिंग के मौके कम थे क्योंकि पाकिस्तानी पहलवान पूरी तरह से रक्षात्मक था। उन्होंने अपने बाएं पैर को घुटने पर बांध रखा था और इसे किसी भी हमले से दूर रखना चाहते थे।

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दीपक ने पहले राउंड में ही बढ़त बना ली और मलिक को बाउट जोन के ठीक बाहर ले आए। पाकिस्तानी पहलवान को निष्क्रियता के लिए एक अंक का दंड भी दिया गया, जिससे पुनिया को पहली अवधि के अंत में 2-0 की बढ़त मिल गई। पुनिया ने अंत की अवधि में बाउट में कुछ जान डालने की कोशिश की क्योंकि उन्होंने कुछ रणनीति की कोशिश की लेकिन पाकिस्तानी पहलवान ने अच्छी तरह से बचाव किया। दूसरी अवधि में, जैसे ही मुकाबला समाप्त हुआ, पुनिया ने एक और अंक बढ़ा किया।

किसान के बेटे हैं दीपक

हरियाणा के झज्जर क्षेत्र से ताल्लुक रखने वाले दीपक पूनिया एक किसान के बेटे है। पिता का नाम सुभाष पुनिया है, वह झज्जर में डेयरी की किसानी करते हैं। बताया जाता है कि दीपक को पहलवानी के लिए उनके पिता ने ही उत्साहित किया था। वह खुद उन्हें लेकर दंगल के लिए जाया करते थे। एक कहावत है कि भूत के पांव पालने में दिख जाते है। नन्हें दीपक ने अपने कुश्ती करियर की शुरुआत भी महज पांच साल के ही उम्र से शुरू कर दी थी। दीपक ने पहलवानी की शुरूआती शिक्षा दीक्षा अर्जुन अवार्डी वीरेंद्र सिंह छारा से प्राप्त की।

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इसके बाद उन्होंने 2015 में छत्रसाल स्टेडियम के जाने-माने पहलवान से पहलवानी के गुर सीखने शुरू की। दीपक ने पहले पहल वर्ल्ड कैडेट चैंपियनशिप का हिस्सा बनकर अपना हुनर दिखाया, हालांकि यहां उन्हें कामयाबी हासिल नहीं हुई। इस हार के बाद वह बिल्कुल टूट गए थे। हालांकि उन्होंने आगे के मुकाबलों के लिए अथक प्रयास किया, जिसका नतीजा अब देखने को मिला है।

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