लखनऊ: लखनऊ की सभी बैंकों की 905 तथा प्रदेश की 12000 शाखाओं ने 2000 रुपये के नोट जमा करने तथा बदलने हेतु व्यवस्थाएं कर ली हैं। भीड़ बढ़ने पर अलग से काउंटर भी लगाए जाएंगे। आवश्यकतानुसार पुलिस की सहायता ली जाएगी। सोमवार को लखनऊ में दो हजार के नोट 90 करोड़ रुपये जमा हुए। यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस के मीडिया प्रभारी अनिल तिवारी ने यह जानकारी दी है।
अनिल तिवारी ने बताया कि भीड़ बढ़ने की संभावना नहीं है, क्योंकि प्रचलन में 2000 के नोट बहुत कम हैं। आमजन को परेशान होने की जरूरत नहीं है। नोट बदलने तथा जमा करने की अंतिम तिथि 30 सितंबर है। जिन खाताधारकों की केवाईसी ओके है, वह अपने खाते में 2000 के कितने भी नोट जमा कर सकते हैं। जनधन खाते में केवल 10 हजार रुपये के नोट जमा होंगे। यह नोट 23 मई से 30 सितंबर के बीच सभी बैंकों तथा आरबीआई के क्षेत्रीय कार्यालयों में बदले जा सकेंगे। इस बीच यह नोट वैध मुद्रा और सरकुलेशन में बने रहेंगे।
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नकली नोट जमा करने पहुंचे तो होगी एफआईआर
उन्होंने बताया कि सोमवार को लखनऊ की सभी बैंकों तथा सीडीएम मशीन मिलाकर 2000 के लगभग 90 करोड़ के नोट जमा किए गए। लखनऊ में 128 सीडीएम मशीनें लगी हैं। उसमें से एसबीआई की 89 मशीनें हैं। सीडीएम में एक व्यक्ति 49900 रुपये जमा करा सकता है। हम आमजन से अनुरोध करेंगे कि स्वयं सुनिश्चित कर लें कि आपके पास कोई नकली नोट तो नहीं है क्योंकि नकली नोट जमा करने के प्रयास पर उनके विरुद्ध एफआईआर की जाएगी। बैंकों ने नकली नोट जांच के लिए पूरे इंतजाम किए हुए हैं।
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