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दिल्ली कैंट मामलाः पुजारी समेत चारों आरोपितों को घटनास्थल ले गई क्राइम ब्रांच, घंटों चली पूछताछ

नई दिल्ली: दक्षिण पश्चिम जिले के दिल्ली कैंट इलाके में स्थित पुराना नांगल गांव में 9 साल की बच्ची की हुई मौत के मामले की जांच में जुटी दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने रिमांड पर लिए गए पुजारी राधेश्याम समेत चारों आरोपितों को लेकर घटनास्थल पर पहुंची। वहां पुलिस चारों आरोपितों के साथ करीब घंटे भर तक रही और घटनाक्रम को लेकर पूछताछ की।

इसके अलावा आरोपियों व बच्ची के परिजनों के अलग-अलग बयान भी लिए। ताकि यह पता लगाया जा सके कि दोनों के बयानों के बीच क्या अंतर है। अपराध शाखा ने मंगलवार को करीब पांच घंटे तक आरोपितों से पूछताछ भी की थी। इस दौरान पुलिस ने आरोपितों से पहले अलग-अलग, फिर एक साथ बैठाकर सवाल-जवाब किए थे।

दरअसल पहले यह मामला स्थानीय पुलिस के पास था, लेकिन पिछले सप्ताह बुधवार देर रात मामले की जांच अपराध शाखा को सौंप दी गई थी। इसके बाद गुरुवार से अपराध शाखा ने मामले की जांच आरंभ कर दी है।

सीसीटीवी फुटेज की भी हुई जांच

मामले की जांच में जुटी अपराध शाखा ने आरोपितों का बयान लेने और उनके साथ घटनास्थल पर जाने के बाद श्मशान में लगे सीसीटीवी के फुटेज को भी खंगाला है, ताकि इनके बयानों की सच्चाई का पता लगाया जा सके। खासतौर से पुजारी की भूमिका की जांच में पुलिस जुटी है। पुजारी की भूमिका की जांच इसलिए अहम है, क्योंकि पीड़ित बच्ची की मां ने एफआईआर दर्ज कराते समय पुलिस व कोर्ट में जो बयान दिए थे, उसमें यह कहा था कि पुजारी ने बच्ची की मौत की सूचना पुलिस को नहीं देने दी थी।

पुजारी ने कहा था कि उनकी बच्ची की करंट से मौत हुई है। अगर वह पुलिस को सूचना देंगे तो पुलिस पोस्टमार्टम करवाएगी और बच्ची के शरीर के अंग निकाल लिए जाएंगे। ऐसे में अपराध शाखा पुजारी को लेकर विशेष जांच कर रही है। पुलिस टीम ने फुटेज को कब्जे में भी ले लिया है।

माता-पिता की इच्छा से हुआ बच्ची का अंतिम संस्कार

उधर बुधवार को बच्ची के बचे हुए अवशेषों का दाह संस्कार भी कर दिया गया। दिल्ली पुलिस के मुताबिक बच्ची के शेष मानव अवशेष और पैरों का अंतिम संस्कार लड़की के माता-पिता ने अपनी इच्छा से किया। डीडीयू अस्पताल के डॉक्टर से परिजनों ने बच्ची के अवशेषों को लिया और इसके बाद वे पुराना नांगल श्मशान पहुंचे, जहां उन्होंने अपने 15 से 20 परिचितों की उपस्थिति में अंतिम संस्कार किया। हालांकि इस दौरान करीब 25 से 30 लोगों ने श्मशान में घुसने की कोशिश भी की, लेकिन माता-पिता ने इसके लिए सहमति नहीं दी तो स्थानीय पुलिस ने उन लोगों को जाने के लिए कहा।

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यह लोग विरोध प्रदर्शन के लिए लगे टेंट में बैठे थे। रोके जाने पर इन लोगों ने पुलिस विरोधी नारे भी लगाए और टेंट एरिया की तरफ चले गए। उधर दाह संस्कार समाप्त होने के बाद माता-पिता भी स्थानीय बीट स्टाफ के साथ अपने घर चले गए।

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