फरीदाबाद: ‘आ बैल मुझे मार’ वाली कहावत शनिवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर उस समय चरितार्थ हो गई, जब वह सेक्टर-12 जिला अदालत परिसर के समक्ष पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह द्वारा किसानों पर की गई टिप्पणी के विरोध में कर रहे प्रदर्शन में जा पहुंचे और इस दौरान उन्हें खासी फजीहत का सामना करना पड़ा।
इस दौरान बीजेपी और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की हुई तीखी नोकझोंक के चलते हालात बिगड़ने लगे और पुलिस को मौके पर पहुंचकर स्थिति को काबू करना पड़ा। दरअसल सेक्टर 11 -12 कोर्ट रोड पर बीजेपी कार्यकर्ताओं और नेताओं द्वारा जहां कांग्रेस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया वही कांग्रेस कार्यकर्ता भी चाय समोसे और गुलाब के फूल लेकर वहां पहुंच गए।
इसी दौरान दोनों तरफ से जमकर नारेबाजी होने लगी और गर्मा गर्मी की स्थिति पैदा हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों पार्टी के कार्यकर्ताओं को अलग-थलग करवाया और स्थिति पर काबू पाने की कोशिश की। कांग्रेस प्रवक्ता सुमित गौड़ का आरोप था कि उन्होंने बीजेपी वालों को गुलाब के फूल भेंट किए और चाय और समोसे ऑफर किए जबकि बीजेपी वालों ने उनको दी गई पानी की बोतलों को लात मार कर फेंक दिया और मामला बिगड़ गया।
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वहीं भाजपा के धरने पर मौजूद बीजेपी प्रदेश मंत्री रेनू भाटिया ने कहा कि कांग्रेस का वजूद लगभग खत्म हो चुका है और अपना वजूद बचाने के लिए कांग्रेसी नए-नए हथकंडे अपनाकर लोगों को बरगलाना चाहते हैं जबकि मोदी सरकार ने किसानों और आम जनों के लिए बेहतरीन योजनाएं लागू की हैं लेकिन कांग्रेस लगातार झूठ पर झूठ और गलत बयानबाजी करके अपना अस्तित्व बचाने में लगी हुई है जिसमें वह कभी कामयाब नहीं होंगे। वहीं कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता ने बताया कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पानी की बोतलों को लात मार कर फेंक दिया जो बिल्कुल अनुचित था । इसके बाद दोनों तरफ से नारेबाजी शुरू हो गई और स्थिति बिगड़ने लगी इसी दौरान पुलिस ने वहां पहुंचकर दोनों पार्टी कार्यकर्ताओं को अलग-थलग किया।
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