बिजली कटौती पर सख्त हुए सीएम योगी, तो UPPCL ने बड़ा उठाया कदम…

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लखनऊः भीषण गर्मी में उत्तर प्रदेश की बिजली व्यवस्था को सुचारू और बेहतर बनाने के लिए योगी सरकार ने प्रत्येक जोन को एक-एक करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। सरकार के इस फैसले से जरूरी कामों के लिए फंड की कमी नहीं होगी।

दरअसल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को राज्य में अघोषित बिजली कटौती पर नाराजगी जताते हुए ऊर्जा मंत्री और यूपी पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (UPPCL) के अध्यक्ष को तलब किया था। उस समय उन्होंने अधिकारियों को अतिरिक्त बिजली खरीदकर आम जनता को उपलब्ध कराने के सख्त निर्देश भी दिए थे। मुख्यमंत्री योगी ने कहा था कि भीषण गर्मी के बीच हर गांव और हर शहर को पर्याप्त बिजली मिले। जरूरत पड़ने पर बिजली की खरीद और आपूर्ति की जानी चाहिए। सरकार के पास पैसे की कोई कमी नहीं है। यूपीपीसीएल ने मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद यह कदम उठाया है।

सभी डिस्कॉम को पत्र भेजा गया है

यूपीपीसीएल के अध्यक्ष एम देवराज ने इस संबंध में पत्र भेजकर पूर्वांचल, पश्चिमांचल, मध्यांचल और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम को अवगत करा दिया है। पत्र में निर्देश के साथ लिखा गया है कि वर्ष 2022-23 के अन्तर्गत व्यवसाय योजनान्तर्गत विभिन्न कार्यों हेतु आपके संचालक मण्डल द्वारा पूर्व में ही स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है। इसी क्रम में आगे की कार्रवाई की जा रही है। वर्तमान ग्रीष्म ऋतु को देखते हुए आपके वितरण निगम के प्रत्येक अंचल मुख्य अभियंता को व्यवसाय योजना के अन्तर्गत विभिन्न आवश्यक कार्यों को सम्पादित करने हेतु एक करोड़ रुपये तक व्यय करने की अनुमति इस शर्त के साथ दी जाती है कि इसकी कार्योत्तर स्वीकृति बिना निदेशक मंडल। देरी प्राप्त करें। कार्य करते समय सभी नियमों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाए।

निर्धारित समय सारिणी के अनुसार विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाए

इससे पहले यूपीपीसीएल के अध्यक्ष ने सभी प्रबंध निदेशकों को मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। यदि किसी कारणवश 18 घंटे बिजली आपूर्ति नहीं हो पाती है तो दूसरी पाली में यह सुनिश्चित की जाए। अध्यक्ष ने लो वोल्टेज की समस्या के समाधान के निर्देश देते हुए कहा कि गर्मी में उमस की कमी के कारण उपभोक्ताओं को लो वोल्टेज की समस्या का सामना करना पड़ता है, जिसके लिए ट्रांसमिशन सब स्टेशनों से वोल्टेज बढ़ाई जाए। लो-वोल्टेज को दूर करने के तकनीकी उपायों से उपभोक्ताओं को अवगत कराया जाए।

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फीडर मैनेजर नियुक्त

प्रत्येक फीडर की आपूर्ति वितरण हानि की निगरानी के लिए राजस्व फीडर से संबंधित समस्त कार्य के लिए अवर अभियंता स्तर के कर्मियों को फीडर प्रबंधक के रूप में समर्पित रूप से नियुक्त किया गया है। वर्तमान गर्मी के मौसम एवं बिजली की बढ़ती मांग को देखते हुए यह आवश्यक है कि यदि फीडर प्रबंधकों द्वारा उन्हें सौंपे गये फीडरों एवं फीडरों की आपूर्ति में कोई गड़बड़ी हो तो उसे तत्काल दुरुस्त किया जाये और आपूर्ति व्यवस्था को दुरुस्त रखा जाये। प्रत्येक स्थिति में अगर कोई लोकल फॉल्ट है तो उसे तुरंत ठीक करना सुनिश्चित किया जाए। यदि किसी फीडर प्रबंधक एवं अवर अभियंता द्वारा दायित्व का निर्वहन ठीक प्रकार से नहीं किया जाता है तो उनके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही तत्काल सुनिश्चित की जाये।

हर घंटे आपूर्ति पर नजर रखी जाएगी

अध्यक्ष ने यह भी निर्देश दिये कि विद्युत आपूर्ति से संबंधित समस्याओं के तत्काल समाधान के लिये विद्युत वितरण निगम मुख्यालय एवं जिला स्तर पर स्थापित कंट्रोल रूम के माध्यम से प्रभावी अनुश्रवण व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। कंट्रोल रूम का संपर्क नंबर स्थानीय जनप्रतिनिधियों और उपभोक्ताओं के साथ साझा किया जाना चाहिए। विद्युत वितरण निगम के स्तर पर स्थापित कंट्रोल रूम द्वारा हर घंटे हर जिले की आपूर्ति की जानकारी कंट्रोल रूम से साझा की जाए। विद्युत वितरण निगम के स्तर पर स्थापित कंट्रोल रूम द्वारा प्रत्येक घंटे पर हर जनपद की सप्लाई की सूचना को यूपीपीसीएल के स्तर पर स्थापित कंट्रोल रूम (0522-2288737, 2288738 एवं 0522-2287747) से साझा किया जाए।

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