गोरखपुरः पूर्वांचल के पहले और प्रदेश के तीसरे बड़े प्राणी उद्यान का लोकार्पण 27 मार्च को होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर स्थित शहीद अशफाक उल्लाह खां प्राणी उद्यान का लोकार्पण करेंगे। लोकार्पण के अगले दिन से चिड़ियाघर को आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा। माना जा रहा है पूर्वांचलवासियों के लिए यह होली पर्व पर एक तोहफा जैसा है। यह तोहफा न सिर्फ पूर्वांचलवासियों के लिए बल्कि बिहार और मित्र देश नेपाल के लिए भी होगा। लोकार्पण समारोह में वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री दारा सिंह चौहान समेत अन्य जनप्रतिनिधि भी शामिल होंगे। तैयारियों की समीक्षा के किये डीएम के. विजयेंद्र पांडियन ने दर्जन भर से अधिक विभागों की बैठक बुलाई है।
121 एकड़ में फैला प्राणी उद्यान गोरखपुर को देश के पर्यटन के नक्शे पर प्रतिष्ठित करेगा। गत दिनों ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्वांचल को 52 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित अत्याधुनिक योगीराज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह और संस्कृति केंद्र का तोहफा दिया है। अब प्राणी उद्यान के लोकार्पण से नेपाल, बिहार और पूर्वांचल की नई पीढ़ी को वन्यजीव एवं पर्यावरण संरक्षण का बड़ा संदेश मिलेगा। नेपाल और बिहार से हजारों लोग विभिन्न वजहों से गोरखपुर आते जाते हैं। गोरखपुर के निकट कुशीनगर स्थित महात्मा बुद्ध का परिनिर्वाण स्थल भी देशी- विदेशी पयर्टकों को आकर्षित करता है। इस उद्यान से पयर्टकों के गोरखपुर में ठहरने की एक और वजह मिल जाएगी।
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सरकारी क्षेत्र का पहला 7डी थियेटर भी है आकर्षण
प्राणी उद्यान के निदेशक डॉ. एच राजा मोहन का कहना है कि उद्यान 260 करोड़ की लागत से 121 एकड़ में निर्मित है। जल्दी ही ट्वाय ट्रेन की सुविधा यहां उपलब्ध कराई जाएगी। यहां देश का सरकारी क्षेत्र का पहला 7 डी थियेटर भी निर्मित किया गया है।
यह भी है रिकार्ड
प्राणी उद्यान में सिर्फ 38 दिन में 32 प्रजाति के वन्यजीवों जैसे बब्बर शेर, बाघ, तेंदुआ, दरियाई घोड़ा, स्लॉथ बियर समेत 151 प्रजातियों के वन्यजीव लेन बनाने का रिकॉर्ड है। हालांकि अभी यहां बनाये गए 33 बाड़ों में जेब्रा, हिमालयन ब्लैक बियर, गैंडा, फिशिंग कैट, लैपर्ड कैट, भेड़िया और खरहा समेत 7 बाड़ो में भी वन्यजीव लाने की कोशिशें जारी हैं। इधर, पक्षियों के 10 बाड़ों में सिर्फ 4 में ही पक्षी आए हैं। वॉक एन एवियरी, एक्वेरियम और सर्पेटेरियम भी गुलजार हो गया है।