योगी ने प्रवक्ता, सहायक शिक्षकों को दिया नियुक्ति पत्र, कहा-नहीं होगा किसी से भेदभाव

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लखनऊः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शिक्षा केवल सैद्धान्तिक पाठ्यक्रम का नहीं व्यवहारिक ज्ञान का माध्यम बनेगी। इस दिशा में नए सिरे से प्रयास किए जाने की आवश्यकता है। अगर नवचयनित शिक्षक इस दिशा में कार्य करेंगे तो बहुत बड़ा कार्य हो सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा कार्य केवल पठन-पाठन का नहीं होना चाहिए बल्कि सरकार के एक-एक नीति कार्यक्रम की जानकारी हर एक शिक्षक को होनी चाहिए।

मुख्यमंत्री ने मिशन रोजगार की कड़ी में मंगलवार को राजकीय माध्यमिक विद्यालयों के लिए 436 नवचयनित प्रवक्ताओं एवं सहायक अध्यापकों (एलटी ग्रेड) को ऑनलाइन नियुक्ति पत्र वितरित किए। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में 34 साल बाद नई शिक्षा नीति प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लेकर आए हैं। यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति दुनिया के अंदर भारत को ज्ञान के केन्द्र के रूप में स्थापित करने का बहुत बड़ा माध्यम बन सकती है। बशर्ते, यह नई शिक्षा नीति केवल सरकार की योजना ना बन जाए। इसलिए इसके साथ हमारे शिक्षकों, हर विद्यालय को जुड़ना होगा। नियुक्ति पत्र पाने वाले शिक्षक अपने स्कूल में तैनाती से पहले नई शिक्षा नीति के ड्राफ्ट का अध्ययन करें और अपने विद्यालयों में इसका हिस्सा बनें। मुख्यमंत्री ने कहा कि 4 फरवरी को चौरी-चौरा कांड को लेकर राज्य सरकार वर्ष भर के कार्यक्रमों का आयोजन शुरू करेगी। इसी तरह 15 अगस्त 2021 से लेकर 15 अगस्त 2022 तक आजादी के 75 साल का जश्न मनाया जाएगा। शिक्षकों को चाहिए कि वह महापुरुषों के बारे में विद्यार्थियों को बताएं और कार्यक्रम आयोजित कर, उनके भीतर देशभक्ति की भावना जगाएं। सरकार की योजनाओं के बारे में भी आम लोगों को जानकारी दें।

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उन्होंने कहा कि आज प्रदेश सरकार के तीन वर्ष दस माह का कार्यकाल पूरा हो रहा है। इस कार्यकाल के दौरान हमारी सरकार का पूरा प्रयास रहा है कि बिना भेदभाव के शासन की योजनाओं का लाभ प्रदेशवासियों को मिले। सरकार किसी के साथ जाति, मत, मजहब, क्षेत्र और भाषा के आधार पर कोई भेदभाव नहीं करेगी। हम योग्यता व प्रतिभा को सम्मान देंगे। आरक्षण के नियमों का पालन करते हुए समाज के वंचित तबके को आगे बढ़ाने के लिए भरपूर योगदान देंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि खासतौर से शासन के एजेंडे में गांव, गरीब, किसान, नौजवान और महिलाएं हैं। इन सभी को ध्यान में रखते हुए शासन की योजनाओं को पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 19 मार्च को जब हमारी सरकार के चार वर्ष के कार्यकाल पूरा होगा, तब तक हम चार लाख नौजवानों को सरकारी नौकरी दे सकेंगे। उन्होंने कहा कि अब तक 3,75,000 से अधिक नौजवानों को सरकारी नौकरी दी जा चुकी है।