कोलकाता: पश्चिम बंगाल सरकार ने बुधवार को तीसरे कार्यकाल का दूसरा बजट पेश किया। भारतीय जनता पार्टी ने इसे खारिज कर दिया है। पार्टी ने कहा है कि बजट में आम लोगों के लिए कुछ नहीं है, बल्कि चुनावी फायदे को ध्यान में रखकर बजट पेश किया गया है। बजट पेश होने के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि बजट में न तो विकास है और न ही आम लोगों के लिए कुछ है। सब कुछ चुनावी फायदे को ध्यान में रखकर किया गया है। इसकी कोई दिशा नहीं है।
उन्होंने यह भी तंज कसा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्रेड मीटिंग में 30 मिनट में बजट तैयार कर दिया। बजट का जिक्र करते हुए शुभेंदु ने कहा कि रफ वर्क किया गया है। पश्चिम बंगाल के तमाम ज्वलंत मुद्दों, जनता की आकांक्षाओं को बजट में नहीं रखा गया है। राज्य का आर्थिक दिवालियापन परिलक्षित हुआ है। इसे वोटोन्मुखी बनाने की कोशिश की गई है, लेकिन रफ वर्क किया गया है। कुल मिलाकर हमारे राज्य में सड़क, हवाई अड्डे, पुल, स्वास्थ्य, शिक्षा जैसी सबसे महत्वपूर्ण चीजों की बजट में घोषणा नहीं की गई है।
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अधिकारी ने कहा कि राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में रिक्त पदों को कैसे भरा जाएगा। एंप्लॉयमेंट एक्सचेंज को वापस लाया जाएगा या नहीं? दो करोड़ से अधिक बेरोजगार युवाओं के रोजगार की दिशा क्या होगी, इसका जिक्र नहीं किया गया है। आम लोगों की दैनिक जरूरतों को पूरा करने का बजट में जिक्र नहीं है। स्वास्थ्य व्यवस्था में आयुष्मान भारत लागू होगा या नहीं, स्वास्थ्य साथी कार्ड के तहत अब तक कितने लोगों को सेवाएं मिल चुकी हैं? यह ज्ञात नहीं है कि स्वास्थ्य साथी कार्ड के तहत पश्चिम बंगाल के बाहर इलाज किया जा सकता है या नहीं। स्वास्थ्य देखभाल के लिए विदेश जाने वाले लाखों लोगों की लंबी कतारें और लंबी होने की उम्मीद है। इसके अलावा उन्होंने सरकारी कर्मचारियों को दिए जाने वाले महज़ तीन प्रतिशत डीए बढ़ोतरी पर भी सवाल उठाया और कहा कि इससे कर्मचारियों को भीख मांगने का मन करता है।
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