कोलकाताः पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर केंद्रीय मंत्रियों का दौरा तेज है। सोमवार को कोलकाता पहुंचे केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से पूछा कि आखिर वह देश के केंद्रीय नेताओं को बाहरी क्यों कहती हैं? क्या केंद्रीय नेताओं का बंगाल आना कोई गुनाह है? कोलकाता एयरपोर्ट पर संवाददाताओं से बातचीत के दौरान उन्होंने यह सवाल किया।
ठाकुर ने कहा कि भारत सरकार के मंत्री का पश्चिम बंगाल में आने पर अगर कोई इसको ‘बाहरी’ कहता है तो मैं पूछता हूं कि कहां से आने वालों को अंदर का कहा जाता है? क्या भारत सरकार के मंत्री का पश्चिम बंगाल में आना गुनाह है ? क्या पश्चिम बंगाल की धरती ने भारत वर्ष को सदियों से ऐसे महान नेता दिए, अलग-अलग क्षेत्रों में दिए और वहीं भारत के कोने-कोने से आकर लोगों ने पश्चिम बंगाल को खड़ा करने का प्रयास किया है तो क्या वह अपराध है? क्या भारत सरकार के मंत्री को पश्चिम बंगाल में आने की इजाजत नहीं है?
ठाकुर ने कहा कि आखिर पश्चिम बंगाल भी भारत का महत्वपूर्ण हिस्सा है। यहां पर आने का हर किसी का अधिकार है और पश्चिम बंगाल की धरती से डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने कश्मीर जाकर एक देश में ‘दो निशान, दो विधान और दो प्रधान’ नहीं रह सकते, इस नारे को दिया। उनके सपने को साकार भाजपा ने किया। अनुच्छेद 370 और 35ए को समाप्त किया और जम्मू-कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग बनाया, क्योंकि डॉ. मुखर्जी ने कोलकाता से चलकर कश्मीर तक आवाज उठाई थी।
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लेकिन अब कोलकाता में यह कहा जाता हो कि बाहर से आए हैं तो फिर से सोचना चाहिए कि किस तरह की विचारधारा यह पनप रही है। क्या इस तरह की विचारधारा आगे बढ़नी चाहिए या आज ही अकुंश लगनी चाहिए? उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों को सोचना होगा कि आखिर ऐसी मुख्यमंत्री को सरकार में रहने का अधिकार है?