न्यूयार्कः शून्य से शिखर तक पहुंचने की सफलता की नई इबारत लिखने वाले और लगभग 170 अरब डॉलर मूल्य की संपत्ति के मालिक जेफ बेजोस ने अमेजन के सीईओ पद से त्यागपत्र देने की घोषणा की है। सफलता के शीर्ष पर विराजमान दुनिया के सबसे अमीर शख्सों में से एक जेफ बेजोस अब प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नवाचारों पर अपना सारा ध्यान केंद्रित करने वाले हैं।
ऑनलाइन बुकस्टोर से काम शुरू कर स्पेस टेक्नोनॉजी के क्षेत्र तक अपनी कामयाबी का परचम लहराने वाले जेफ बेजोस ने अरबों डॉलर के निवेश के साथ अपनी कंपनी का विस्तार भारत तक किया। उन्होंने मंगलवार को इस बात का ऐलान किया कि इस साल की तीसरी तिमाही में वो अपने पद से हट जाएंगे। कंपनी के दैनिक कार्यकलापों से खुद को दूर रखेंगे और कंपनी के एक्जीक्यूटिव चेयरमैन के रूप में काम करेंगे।
एंडी जेसी, जो कंपनी के लाभ कमाने वाले क्लाउड आर्म अमेजन वेब सर्विसेज (एडब्ल्यूएस) के सीईओ हैं, बेजोस की जगह लेंगे। एक अनुमान के मुताबिक, कंपनी का लगभग आधा राजस्व अमेजन वेब सर्विसेज (एडब्ल्यूएस) से आता है।
अमेजन के खुदरा व्यापार की अभूतपूर्व वृद्धि ने कंपनी की जिम्मेदारियां और बढ़ा दी हैं। अब यह एकाधिकार वाले क्षेत्रों से इतर अन्य क्षेत्रों में भी सफलता के झंडे गाड़ने का प्रतिबद्ध है। लेकिन, इस उद्देश्य को मंजिल तक पहुंचाने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी जेफ बेजोस की जगह लेने वाले एंडी जेसी के कंधों पर होगी। उनके सामने अमेरिका से लेकर यूरोप और भारत तक कंपनी की सफलता और विस्तार बरकरार रखने हेतु नियामक सम्बंधी कई चुनौतियां भी होंगी और इन्हें पार कर कंपनी को आगे ले जाने का दायित्व उन पर होगा।
जैसा कि बेजोस ने मंगलवार रात को कहा था कि अमेजन का सीईओ होना एक बड़ी जिम्मेदारी है और जब आपके पास इस तरह की जिम्मेदारी हो तो किसी अन्य चीज पर ध्यान देना बहुत मुश्किल होता है। यहां एक बात उल्लेखनीय है कि जब पिछले साल बेजोस भारत के दौरे पर आए थे तो अखिल भारतीय व्यापारी संघ (कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स एसोसिएशन) के बैनर तले छोटे खुदरा कारोबारियों ने उनके एवं उनकी कंपनी के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया था।
लॉकडाउन में हुआ सबसे ज्यादा मुनाफा
गौरतलब है कि कोरोना काल के दौरान लॉकडाउन के चलते जब लोग घरों से बाहर नहीं निकल पाते थे और कई दुकानें बंद हो गईं, ऐसे समय में ऑनलाइन कारोबार में जबरदस्त वृद्धि के कारण अमेजन को भारी मुनाफा हुआ। मंगलवार को अमेजन की बाजार पूंजी 1.696 ट्रिलियन डॉलर थी जो इसे पूंजी के आधार पर दुनिया की चौथी सबसे बड़ी कंपनी बनी है।
1994 में की अमेजन की शुरुआत
वर्ष 1994 में बेजोस ने एक गैराज से अमेजन की शुरुआत की थी। तब वे पुरानी किताबों की ही बिक्री करते थे। इसके बाद जुलाई 1995 में इसकी वेबसाइट भी आ गई। अमेजन की रिपोर्ट के अनुसार, इसके करीब दो साल बाद 1997 के आखिर तक कंपनी के पास 150 से ज्यादा देशों में 15 लाख से ज्यादा ग्राहक थे।
1999 में बने पर्सन ऑफ द ईयर
साल 1999 में टाइम मैगजीन ने जेफ बेजोस को ‘पर्सन ऑफ द ईयर’ और ‘द किंग ऑफ साइबर कॉमर्स’ की उपाधि दी गई थी। खास बात यह है कि बेजोस 35 साल की उम्र में यह पुरस्कार पाने वाले चौथे युवा थे।
2018 के बाद से अब तक हैं सबसे अमीर शख्स
बात अगर जेफ बेजोस की संपत्ति की करें, तो 2018 के बाद से अब तक वे दुनिया के सबसे अमीर रईस शख्स हैं। हालांकि माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स सबसे ज्यादा लंबे समय तक दुनिया के सबसे अमीर शख्स रहे हैं। साल 1999 से 2007 तक यानी आठ सालों तक बिल गेट्स फोर्ब्स की लिस्ट में शीर्ष पर रहे हैं। जबकि 2008 में इस सूची में पहले स्थान पर वॉरेन बफे थे। लेकिन इसके एक साल बाद ही गेट्स ने दोबारा यह मुकाम हासिल किया। 2010 से 2013 तक लगातार चार साल कार्लोस स्लिम शीर्ष पर थे। वहीं 2014 में गेट्स फिर टॉप पर आ गए।
बेजोस भारत को अमेजन के लिए एक संभावित बड़े बाजार के रूप में देखते हैं और उनकी कंपनी भारत में कुल 6.5 बिलियन डॉलर का निवेश कर रही है। वह रिटेल क्षेत्र की बड़ी कंपनी – ‘फ्यूचर्स ग्रुप’ के अधिग्रहण के लिए बहुत प्रयासरत थे, लेकिन उनके इस प्रयास को मुकेश अंबानी ने सफल नहीं होने दिया। खुदरा के अलावा, अमेजन इंडिया अपनी प्रमुख सेवाओं के माध्यम से बॉलीवुड और अन्य क्षेत्रों में भी अपनी सेवाएं उपलब्ध कराता है।
यह भी पढे़ंः-देश की अर्थव्यवस्था को ऑक्सीजन देने वाला बजट
बहरहाल, बेजोस ने कहा है कि एक्जिक्यूटिव चेयरमैन के रूप में मैं अमेजन की महत्वपूर्ण पहलों में शामिल रहूंगा। 1994 में कंपनी की स्थापना के साथ ही वह अमेजन के सीईओ के रूप में सेवाएं दे रहे थे।