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गैर-बराबरी तभी ख़त्म होगी जब जातीय जनगणना होगी, UCC पर अखिलेश ने कही ये बात

akhilesh-yadav UP Politics: लखनऊः नौकरियों में पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) की हिस्सेदारी सार्वजनिक की जाए। गैर-बराबरी तभी ख़त्म होगी जब जातीय जनगणना होगी और आबादी के हिसाब से सबको अधिकार और सम्मान मिलेगा। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने डॉ. सोनेलाल पटेल की जयंती पर सपा मुख्यालय पर आयोजित कार्यक्रम में यह बातें कहीं। समान नागरिक संहिता (यूसीसी) पर अखिलेश यादव ने कहा कि वह इसके विरोध में हैं। उन्होंने कहा कि अब तक जितनी नौकरियां दी गई हैं, सरकार को बताना चाहिए कि कितने पीडीए के लोग हैं, क्योंकि जब हम सरकार में थे तो बहुत सारी सूचियां जारी की गई थीं। कई राज्यों में चल रही सियासी उठापटक पर उन्होंने कहा कि पहले मध्य प्रदेश बीजेपी की प्रयोगशाला था। अब तो महाराष्ट्र उससे भी बड़ी प्रयोगशाला बन गया है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि मुनाफा किसकी जेब में जा रहा है। उधार लेकर अर्थव्यवस्था संभाली जा रही है। ग्लोबल इन्वेस्टमेंट मीट पर निशाना साधते हुए अखिलेश ने कहा कि इन्वेस्टमेंट मीट तो हो गई लेकिन अगर एमओयू जमीन पर होते तो यूपी की तस्वीर कुछ और होती। जीडीपी की कम विकास दर से साफ है कि गरीबों के घर में खुशहाली नहीं है। उन्होंने कहा कि डीएम ने एमओयू में चल रही फैक्ट्रियों को भी शामिल किया है। अखिलेश यादव ने कहा कि अपना दल के संस्थापक डॉ. सोनेलाल पटेल की जन्मस्थली कन्नौज थी और मेरी कर्मभूमि भी कन्नौज है। उन्होंने प्रयागराज के पीडी टंडन पार्क में डॉ. पटेल पर हुए हमले की याद दिलाते हुए कहा कि सब जानते हैं कि यह किसने किया। इस अटैक के बाद उन्हें सालों तक इलाज कराना पड़ा, लेकिन वे पूरी तरह से ठीक नहीं हो सके। ये भी पढ़ें..मणिपुर में उग्रवादियों ने ग्राम रक्षा बल के 3 स्वयंसेवकों की... योगी आदित्यनाथ का नाम लिए बिना अखिलेश ने कहा कि डगमगाती सरकार का वीडियो सबने देखा है। तंज कसते हुए श्री यादव ने कहा कि आपने सुबह चार बजे उठने वालों का योग देखा है। अगर जो काम नहीं कर सकते हैं तो उसे क्यों करें? अनुलोम-विलोम से ही काम चला सकते थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लिए बिना अखिलेश ने कहा कि उनके अमेरिका से भारत लौटते ही यूसीसी ने हंगामा मचा दिया। कहा जाता है कि कभी-कभी सरस्वती भी विराजमान होती हैं। इसलिए अमेरिका में सांसदों के बीच वह इन्वेस्ट की जगह इन्वेस्टिगेट बोल आए। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)