काबुल: अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद तालिबान तीन सितंबर को जुमे की नमाज के बाद नई सरकार का गठन करेगा। इसके साथ राष्ट्रपति भवन में शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां भी तेज हो गई हैं। जानकारी के अनुसार तालिबान का सर्वोच्च नेता मुल्ला हिबातुल्ला अखुंदजादा सरकार का मुखिया होगा। सरकार में तालिबान संस्थापक मुल्ला उमर के बेटे मुल्ला याकूब, सह-संस्थापक अब्दुल गनी बरादर और हक्कानी नेटवर्क के नेता सिराजुद्दीन हक्कानी को भी शामिल किए जाने की चर्चा है।
तालिबान अधिकारी अहमदुल्ला मुत्ताकी ने गुरुवार को बताया कि काबुल स्थित राष्ट्रपति भवन में समारोह की तैयारी चल रही हैं। नई सरकार के गठन में महज कुछ दिन बचे हैं। इससे पहले समाचार एजेंसी स्पुतनिक ने बताया कि तालिबान शुक्रवार को नई सरकार के गठन का ऐलान कर सकता है। तालिबान ने कहा है कि नई सरकार के गठन को लेकर विचार-विमर्श को अंतिम रूप दे दिया गया है। तालिबान के सांस्कृतिक आयोग के सदस्य अनामुल्ला समांगानी के हवाले से बताया गया है कि तालिबान का नेता मुल्ला अखुंदजादा ही नई सरकार का नेता होगा। इसमें कोई शक नहीं होना चाहिए। हम जिस नई इस्लामिक सरकार की घोषणा करेंगे वह लोगों के लिए आदर्श होगी।’
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उल्लेखनीय है कि तालिबान ने गत 15 अगस्त को अफगानिस्तान पर कब्जा किया था। इसके बाद से ही नई सरकार के गठन की प्रक्रिया चल रही है। गत सोमवार को अमेरिका के देश छोड़ने के बाद इस प्रक्रिया में तेजी आ गई है। कतर की राजधानी दोहा स्थित तालिबान के सियासी दफ्तर के उपनेता शेर मुहम्मद अब्बास ने बताया कि अफगानिस्तान के सभी कबीलों की महिलाओं और सदस्यों को भी सरकार में शामिल किया जाएगा। लेकिन बीते 20 वर्ष की सरकारों में शामिल रहे लोगों को तालिबान कि नए शासन में जगह नहीं मिलेगी।
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