नई दिल्लीः दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम ने दिल्ली और यूपी के अपराधियों को हथियारों की सप्लाई करने वाले एक इंटरस्टेट आर्म्स तस्कर को गिरफ्तार किया है। आरोपित दिल्ली में कुछ गैंग के बदमाशों तक हथियार पहुंचाने आया था। जहां वो स्पेशल सेल पुलिस के हत्थे चढ़ गया। इस मामले में गिरफ्तार आरोपित की पहचान, मोहम्मद आरिफ के रूप में हुई है। ये यूपी के लखनऊ का रहने वाला है।
डीसीपी पी.एस. कुशवाहा के अनुसार, इसके पास से पॉइंट 32 बोर के 10 सॉफिस्टिकेटेड पिस्टल बरामद किए गए हैं। आरोपित पर पहले से यूपी में आर्म्स एक्ट और गैंगस्टर एक्ट जैसे 02 आपराधिक मामले दर्ज हैं। इससे पहले 2018 और 2020 में इसे लखनऊ पुलिस ने हथियारों के साथ गिरफ्तार किया था। दोनों ही बार बेल पर बाहर निकलने के बाद ये फिर से हथियारों की सप्लाई में लिप्त हो गया।
डीसीपी ने बताया कि पिछले कुछ समय मे दिल्ली-एनसीआर में कुख्यात अपराधियों/गैंगस्टरों की गिरफ्तारी के बाद उनसे अवैध हथियारों की बरामदगी को देखते हुए, स्पेशल सेल पुलिस अवैध हथियारों के सप्लायरों के बारे में लगातार जानकारियों को विकसित कर उनके पकड़ और दिल्ली में इस कारोबार पर लगाम लगाने के लिए प्रयासरत रहती है।
इसी क्रम में स्पेशल सेल पुलिस को लखनऊ के मोहम्मद आरिफ के बारे में पता चला, जो कि दिल्ली और आस-पास के राज्यों के अपराधियों को हथियारों की सप्लाई में लिप्त था। जिसके बाद पुलिस टीम इसके बारे में और जानकारियों को विकसित करने में जुट गई। महीनों के लगातार प्रयास के बाद, आखिरकार पुलिस को इसके बारे में सटीक जानकारी प्राप्त हुई, जिसमे उन्हें आरोपी के अवैध हथियारों के खेप की सप्लाई के लिए दिल्ली के पुस्ता रोड स्थित गीता कॉलोनी के पास आने का पता चला।
जिस पर प्रतिक्रिया करते हुए, एसीपी ललित मोहन नेगी और हृदय भूषण की देखरेख में स्पेशल सेल के इंस्पेक्टर संजय गुप्ता और राजेश कुमार के नेतृत्व वाली टीम ने ट्रैप लगा कर इसे गीता कॉलोनी, पुस्ता रोड से दबोच लिया। इसके बैग के पॉइंट 32 बोर का 10 सॉफिस्टिकेटेड पिस्टल बरामद किया गया। जिसे जब्त कर पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया।
पूछताछ में आरोपित ने बताया कि वो लखनऊ में लेदर के स्लीपर मैन्युफैक्चरिंग फैक्टरी में काम करता था, जहां उसकी मुलाकात रवि नाम के शख्स से हुई थी। रवि ने उसे उन्नाव के मल्लू नाम के शख्स से मिलवाया था। ये दोनों अवैध हथियारों का कारोबार कर अच्छा पैसा कमा रहे थे। रवि और मल्लू ने उसकी पहचान, बुरहानपुर, एमपी बेस्ड एक अवैध हथियार के निर्माता और सप्लायर से करवाई थी। जिसके बाद आसानी से ज्यादा पैसे कमाने की चाह में अवैध हथियारों के कारोबार में उतर गया।
शुरुआत में वो यूपी के अपराधियों को ही हथियारों कब सप्लाई करता था, धीरे-धीरे वो दिल्ली के गैंगस्टरों के संपर्क में आया, और फिर उन्हें भी हथियार सप्लाई करने लगा। इस बार भी वो हथियार ले कर उन्हें सप्लाई करने पहुंचा था, जब पुलिस ने उसे दबोच लिया। इस मामले में पुलिस ने उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट के मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है, और आगे की जांच में जुट गई है, जिससे अवैध हथियारों के सप्लाई के आगे और पीछे के लिंक का पता चल सके और इसमें शामिल आरोपितों को गिरफ्तार किया जा सके।
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