कोलकाता: पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हुई हिंसा में मारे गए कोलकाता के बेलियाघाटा के भाजपा कार्यकर्ता अभिजीत सरकार का शव चार महीने बाद गुरुवार को परिजनों को सौंप दिया गया है। हालांकि शव सौंपे जाने से पहले भाजपा नेता अर्जुन सिंह, प्रियंका टेबरीवाल, देवदत्त मांझी समेत अन्य भाजपा नेताओं की झड़प हुई है। शव को भाजपा कार्यालय ले जाया गया है। वहां अंतिम श्रद्धांजलि के बाद आज देर शाम अंतिम संस्कार किया जाएगा।
मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को सियालदह कोर्ट ने अभिजीत सरकार के शव को परिवार को सौंपने का आदेश दिया था। चुनाव के बाद हुई हिंसा के बीच दो मई को सरकार की हत्या कर दी गई थी। चुनाव के बाद की हिंसा की याचिकाकर्ता प्रियंका टिबरेवाल ने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के साथ भाजपा कार्यकर्ता सरकार के शव को छोड़ने के लिए निचली सियालदह अदालत का रुख किया था, जिस पर अदालत ने सहमति जताई थी।
उल्लेखनीय है कि चुनाव के बाद हिंसा में अभिजीत सरकार की मौत हो गई थी। उसकी शव का पोस्टमार्टम और डीएनए जांच हुई थी। कलकत्ता हाई कोर्ट ने 19 अगस्त के चुनाव के बाद हिंसा के आदेश में कार्यकर्ता सरकार की पोस्टमार्टम रिपोर्ट जांच एजेंसियों को सौंपने के लिए कहा था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट सीबीआई को सौंपी गई, जिसके बाद केंद्रीय जांच एजेंसी की ओर से सियालदह कोर्ट को अनापत्ति दे दी गई है।
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उसके बाद उसका शव और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट परिवार को सौंप दी गई। कोलकाता के नारकेलडांगा थाना क्षेत्र में मारे गए भाजपा कार्यकर्ता अभिजीत सरकार की मौत से पहले बनाए गए फेसबुक लाइव वीडियो के बयान को सीबीआई ने मौत के बयान के रूप में लिया है। सीबीआई वीडियो और कॉल रिकॉर्डिंग की प्रामाणिकता को सत्यापित करने के लिए अभिजीत के मोबाइल फोन को केंद्रीय फॉरेंसिक लैब भेजेगी।
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