Bengal Assembly ruckus , कोलकाता: पश्चिम बंगाल में हाल ही में दुर्गा पूजा, लक्ष्मी पूजा और कार्तिक पूजा के दौरान धार्मिक स्थलों पर हुए हमलों को लेकर विपक्षी पार्टी भाजपा ने शुक्रवार को विधानसभा से वॉकआउट किया। भाजपा विधायकों ने इस मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव पेश करने की अनुमति नहीं दिए जाने पर नाराजगी जताई।
भाजपा विधायक और विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के नेतृत्व में यह प्रस्ताव पेश करने की कोशिश की गई, लेकिन स्पीकर बिमान बनर्जी ने इसे खारिज कर दिया। स्पीकर ने कहा कि यह मुद्दा एक दिन पहले हुई बहस के दौरान ही उठाया जा चुका है। इसके लिए अलग से स्थगन प्रस्ताव की जरूरत नहीं है।
भाजपा विधायकों ने किया विरोध प्रदर्शन
स्पीकर के इस फैसले से नाराज भाजपा के करीब 40 विधायकों ने बंगाली भाषा में लिखे नारे के साथ विधानसभा में विरोध प्रदर्शन किया। इन नारों में लिखा था कि दुर्गा पूजा, लक्ष्मी पूजा और कार्तिक पूजा के दौरान धार्मिक स्थलों पर हमला किया गया। इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। राज्य को कार्रवाई करनी चाहिए। विधायकों ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से इस्तीफे की भी मांग की। उन्होंने कहा कि अगर मुख्यमंत्री राज्य के नागरिकों के जान-माल और धार्मिक अधिकारों की रक्षा नहीं कर सकती हैं, तो उन्हें पद छोड़ देना चाहिए।
भाजपा ने सदन से किया वॉकआउट
भाजपा विधायकों ने सदन में करीब 15 मिनट तक नारेबाजी की। इस पर स्पीकर ने कहा कि अगर आप इसी तरह का व्यवहार करेंगे तो भविष्य में आपको मुद्दे उठाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। मैंने आपको हमेशा अपना पक्ष रखने का मौका दिया है, लेकिन आपको इसका सम्मान करना चाहिए। इसके बाद भाजपा विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया।
पार्टी के मुख्य सचेतक शंकर घोष ने कहा कि हम स्थगन प्रस्ताव लाना चाहते थे ताकि लोगों को पता चले कि किस तरह दुर्गा पूजा के दौरान मटियाब्रुज, फालाकाटा और कार्तिक पूजा के दौरान बेलडांगा में पूजा पंडालों पर हमला किया गया। स्थिति चिंताजनक है। पश्चिम बंगाल बांग्लादेश नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि स्पीकर विपक्ष को यह महत्वपूर्ण मुद्दा उठाने की अनुमति नहीं देना चाहते हैं। हमारी आवाज दबाई जा रही है, इसलिए हमें वॉकआउट करना पड़ा।
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