Pema Khandu तीसरी बार बने अरुणाचल के मुख्यमंत्री, डिप्टी CM समेत 10 मंत्रियों ने भी ली शपथ

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Arunachal Pradesh CM Pema Khandu, ईटानगरः भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता पेमा खांडू ने गुरुवार को लगातार तीसरी बार अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। मुक्तो विधानसभा क्षेत्र से विधायक खांडू को राज्यपाल केटी परनाइक ने पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। उनके साथ ही चाउना मीन ने डिप्टी CM की शपथ ली। इसके अलावा न्यातो दुकम, गणरील डेनवांग वांगसू, बियुराम वाघा, वानकी लोवांग, पासंग दोरजी सोना, मामा नटुंग, बालो राजा, केंटो जिनी, ओजिंग तासिंग और दासंगलू पुल ने मंत्री पद की शपथ ली।

शपथ ग्रहण में भाजपा के तमाम दिग्गज रहे मौजूद

ईटानगर स्थित दोरजी खांडू कन्वेशन सेंटर में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, किरेन रिजिजू और असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा समेत तमाम अन्य नेता मौजूद रहे। इससे पहले बुधवार 12 जून को इटानगर में हुई बैठक में खांडू को भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया। बैठक में भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षक रविशंकर प्रसाद और तरुण चुग भी शामिल हुए थे। इसके बाद खांडू ने राज्यपाल केटी परनाइक से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया।

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तीसरी बार बहुमत से सत्ता में आई भाजपा

बता दें कि अरुणाचल प्रदेश की 60 सदस्यीय विधानसभा में 46 सीटें जीतकर भाजपा लगातार तीसरी बार सत्ता में लौटी है। सीएम पेमा खांडू (Pema Khandu) समेत पार्टी के 10 उम्मीदवार निर्विरोध विधायक चुने गए। इसलिए सिर्फ 50 सीटों पर चुनाव हुए। राज्य में बीजेपी का नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) के साथ गठबंधन है। NPP को 5 सीटें मिलीं।

इस लिहाज से अरुणाचल में NDA के पास 51 सीटें हैं। अरुणाचल में बीजेपी गठबंधन ने सभी 60 सीटों पर चुनाव लड़ा, जबकि कांग्रेस ने सिर्फ 19 सीटों पर उम्मीदवार उतारे। मुख्यमंत्री पेमा खांडू के नेतृत्व में भाजपा ने इस बार अपना पिछला रिकॉर्ड तोड़कर इतिहास रच दिया है। राज्य में तीसरी बार भाजपा अकेले बहुमत से सत्ता में आई है।

पूर्व मुख्यमंत्री दोरजी खांडू के बेटे हैं पेमा खांडू

बता दें कि पेमा खांडू (Pema Khandu) अरुणाचल के पूर्व मुख्यमंत्री दोरजी खांडू के बेटे हैं। पेमा खांडू का जन्म 21 अगस्त, 1979 को तवांग में हुआ था। 2016 में सीएम चुने जाने के बाद वह पूर्वोत्तर में बड़े नेता के तौर पर उभरे हैं। जब वह 2016 में देश के सबसे युवा मुख्यमंत्री चुने गए थे। सितंबर 2016 में खांडू ने कांग्रेस छोड़कर पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल का दामन थाम लिया था। जबकि, इसी साल दिसंबर में वह भाजपा में शामिल हो गए। साल 2019 में खांडू ने दूसरी बार मुक्तो विधानसभा सीट से जीत हासिल की और बिना किसी राजनीतिक अड़चन के मुख्यमंत्री बने।

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