शिमला (Himachal Pradesh): मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बुधवार को एक कार्यक्रम में भाग लेते हुए कहा कि अगले वर्ष के लिए सरकार का मुख्य एजेंडा हिमाचल को भारत की पर्यटन राजधानी के रूप में विकसित करना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राकृतिक आपदा से हुई तबाही के बाद युद्ध स्तर पर बहाली का काम किया गया और हिमाचल प्रदेश सर्दियों के मौसम में पर्यटकों के स्वागत के लिए तैयार है. उन्होंने देश-विदेश के पर्यटकों को हिमाचल आने और यहां की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेने के लिए आमंत्रित किया।
दस साल में हिमाचल बनेगा समृद्ध राज्य
मुख्यमंत्री ने राज्य की जनता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता और राज्य सरकार के प्रमुख फैसलों और नीतियों के बारे में भी विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पद संभालने के बाद उनका पहला काम राज्य की वित्तीय स्थिति को सुधारना था। उन्होंने कहा कि उचित वित्तीय प्रबंधन सुनिश्चित करने के प्रयास किये गये हैं और जल्द ही राज्य की वित्तीय स्थिति में सुधार की दिशा में सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेंगे। उन्होंने दस साल के भीतर हिमाचल को देश का सबसे समृद्ध राज्य बनाने के सपने को साकार करने की प्रतिबद्धता भी दोहराई।
यह भी पढ़ें-HP Assembly Winter Session: शीतकालीन सत्र से पहले विधानसभा अध्यक्ष ने लिया तैयारियों का जायजा
पहले साल में तीन गारंटी पूरी
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने अपने पहले साल में तीन गारंटी पूरी की हैं और बाकी गारंटी अगले चार साल में चरणबद्ध तरीके से पूरी की जाएंगी। पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) को मानवीय आधार पर लागू किया गया था, ताकि सेवानिवृत्ति के बाद कर्मचारियों का जीवन सुरक्षित हो सके। ई-टैक्सी योजना 680 करोड़ रुपये की राजीव गांधी स्वरोजगार स्टार्ट-अप योजना के पहले चरण में शुरू की गई है। इस योजना के तहत राज्य सरकार युवाओं को ई-टैक्सी की खरीद पर 50 प्रतिशत सब्सिडी प्रदान कर रही है जिससे राज्य में हरित ऊर्जा को बढ़ावा मिलेगा और उन्हें एक निश्चित आय भी सुनिश्चित होगी।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)