शिमला: हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार ने रविवार को बड़ा फैसला लिया है। राज्य के सैकड़ों संस्थानों को बंद कर चुकी सुक्खू सरकार अब प्रदेश के 284 सरकारी स्कूलों में भी ताला लगाने की घोषणा की है। इन स्कूलों की सूची में उन स्कूलों का नाम है, जो भाजपा सरकार के कार्यकाल से चल रहे थे और यहां एक भी विद्यार्थी का नाम पंजीकृत नहीं है। सरकार स्कूलों की स्थिति सुधारने के लिये सरकार ने यह सख्त कदम उठाया है।
राज्य के शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने रविवार को जानकारी दी कि 284 सरकारी स्कूलों को पहले चरण में बंद कर दिया जायेगा। इन 284 स्कूलों में 228 प्राइमरी व 56 मिडिल स्कूल हैं। इन स्कूलों में एक भी छात्र का दाखिला नहीं हुआ था। पिछली भाजपा सरकार के समय से इन स्कूलों को जीरो एनरोलमेंट के बावजूद चलाया जा रहा था, अब इन्हें डिनोटिफाई कर दिया जायेगा।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि चुनाव से कुछ महीने पहले जयराम ठाकुर सरकार ने 314 स्कूल व 23 काॅलेज खोल दिये थे। वहीं, सरकारी शिक्षा की स्थिति को सुधारने के लिये वर्तमान सरकार ने कुछ मापदंड निर्धारित किये हैं। प्राइमरी स्कूलों में 10, हाई स्कूलों में 20, सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में 25 व काॅलेजों में 65 छात्र होने का पैरामीटर तय किया गया है। इससे कम छात्र होने की स्थिति में सरकार उस स्कूल को बंद कर देगी।
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शिक्षा मंत्री ने जानकारी दी कि प्रदेश में 3154 स्कूल ऐसे हैं, जहां केवल एक ही शिक्षक है, वहीं 455 स्कूल ऐसे हैं जहां डेपुटेशन के आधार पर शिक्षकों की तैनाती होती है। आने वाले समय में युक्तिकरण के माध्यम से शिक्षकों की नियुक्ति की जायेगी। वहीं, रोहित ठाकुर ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में वर्तमान में लगभग 12 हजार शिक्षकों की कमी है, जिनके लिये जल्द भर्ती प्रक्रिया पूरी की जायेगी।
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