Thursday, January 23, 2025
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कड़ाके की ठंड में कुलपति आवास के बाहर धरने पर बैठी BHU की छात्राएं, बोली-पीरियड्स में भी मिलता है घटिया खाना

वाराणसीः काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में सोमवार देर शाम मेस में खराब खाना मिलने पर नाराज न्यू पीएचडी गर्ल्स हॉस्टल की दर्जनों शोध छात्राएं सड़क पर उतर आई। कड़ाके की ठंड और गलन के बीच आक्रोशित छात्राएं कुलपति आवास के सामने धरने पर बैठ गई। छात्राओं की नारेबाजी सुनकर मौके पर प्राक्टोरियल बोर्ड के अफसरों के साथ विवि प्रशासन के अफसर भी वहां पहुंच गये।

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नाराज छात्राओं को मनाने में विवि प्रशासन के अफसरों को कड़ाके की ठंड में भी पसीने छूट गये। इस दौरान छात्राओं ने कहा कि उन्हें घटिया खाना परोसा जा रहा है। हमें उबला हुआ चावल, तेल युक्त खाना दिया जा रहा है। छात्राओं ने कहा कि मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए हम बीएचयू में दिन भर अस्पताल की ओटी, ओपीडी और लैब में काम रहते हैं।

हॉस्टल में आने के बाद खराब खाना मिलता है। इसकी शिकायत हमने वार्डेन, डीन ऑफ स्टूडेंट से लेकर कुलपति तक को मेल कर किया। लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई। अब जब तक हॉस्टल की सुविधाएं बहाल नहीं होंगी, हम धरने से नहीं हटेंगे। अफसरों के समझाने-बुझाने के बाद भी आक्रोशित छात्राएं देर रात तक धरने पर बैठी रही। यह देख रात में धरना स्थल और परिसर में भारी पुलिस बल और सुरक्षाकर्मियों को तैनात कर दिया गया।

छात्राएं बोली ऐसा खराब खाना कहीं नहीं मिला

धरने पर बैठ छात्राओं का कहना है कि “हर महीने में 5 दिन पीरियड्स के होते हैं। उस दौरान भी बेहद खराब न्यूट्रीशन और क्वालिटी खाना हॉस्टल के मेस में दिया जाता है। जबकि, उस वक्त हमारी बॉडी की न्यूट्रीशियन की जरूरत काफी बढ़ जाती है। यहां धरने पर आईं कई लड़कियों के पीरियड्स चल रहे हैं। मगर, इस कदर प्रताड़ित हो गई कि वह भी इस ठंड में धरने पर बैठी हुईं हैं। इससे पहले मैंने दिल्ली यूनिवर्सिटी और नैनीताल कुमाऊं यूनिवर्सिटी में पढ़ाई की। हॉस्टल में रही, मगर इतना बेकार खाना कहीं नहीं मिला।”

इन कमियों से है नाराजगी

पीने का फिल्टर्ड पानी नहीं मिलता है और हॉस्टल में साफ-सफाई ठीक से नही होती, आठ मंजिला छात्रावास में केवल दो वाटर प्यूरीफायर लगभग 7 महीने से हॉस्टल में हैं। वाई-फाई की व्यवस्था नहीं हुई, जबकि वार्षिक फीस 20 हजार जमा करते हैं। अन्य मुद्दों में खाना परोसने वाले स्टाफ का लड़कियों के साथ खराब बर्ताव, वार्डेन और मेस स्टाफ द्वारा धमकी देकर मानसिक उत्पीड़न किया जाना आदि है।

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