अहमदाबाद: गुजरात स्टेट गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) ने आतंकवाद निरोधी दस्ते और अपराध शाखा के साथ एक संयुक्त अभियान में रविवार को 115 फर्मो के 205 से अधिक परिसरों की तलाशी ली और 91 लोगों से पूछताछ भी की। मामला कथित तौर पर 1,200 करोड़ रुपये के क्रेडिट घोटाले से जुड़ा हुआ है। शनिवार सुबह से तलाशी चल रही है और जीएसटी के कुछ अधिकारियों से भी उनकी कथित संलिप्तता को लेकर सर्च टीमों द्वारा पूछताछ की जा रही है।
विभाग के सूत्रों के मुताबिक एक साथ 14 जिलों में छापेमारी चल रही है। ये कंपनियां स्क्रैप मेटल, केमिकल और लोहे की छड़ों में शामिल थीं। ये कंपनियां लेनदेन के फर्जी बिल बना रही थीं और राज्य सरकार से भारी क्रेडिट का दावा कर रही थीं। विभिन्न फर्मों के कम से कम 91 लोगों से पूछताछ की जा रही है और तलाशी दलों द्वारा उनसे जानकारी मांगी गई है।
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अधिकारियों ने दस्तावेजों, बिल बुक, लैपटॉप, पेन ड्राइव को जब्त कर लिया है और नकली लेनदेन और नकद धन की आवाजाही को ट्रैक करने के लिए क्लाउड सुविधाओं से डेटा प्राप्त किया है। प्राथमिक जानकारी यह है कि पिछले छह महीने से अहमदाबाद, सूरत, भावनगर, वडोदरा में घोटाला चल रहा था और सर्च टीमों को आशंका है कि अधिकारियों की संलिप्तता के बिना इतना बड़ा घोटाला इतने लंबे समय तक नहीं चल पाता।
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