नई दिल्ली: पंजाब में गायक सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में पहली बार एक ऐसा सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें संदिग्ध अपनी गाड़ी में पेट्रोल भरवाते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसमें ध्यान देने वाली बात यह है कि इन संदिग्धों के बारे में जो जानकारी मिली वह यह है कि ये लॉरेंस विश्नोई गैंग के गुर्गों से जुड़े हैं। फिलहाल इनकी भूमिका की जांच की जा रही है। उधर जांच टीम ने फतेहाबाद में देर रात पवन व नसीब नाम के दो संदिग्धों को हिरासत में लेकर जांच शुरू की, जबकि सोनीपत के दो शार्प शूटरों की तलाश में जगह-जगह दबिश दी जा रही है।
जांच एजेंसियों के हाथ लगे एक पेट्रोल पंप के सीसीटीवी फुटेज में दो गैंगस्टर दिखाई दिए तो उसके आधार पर जांच आगे बढ़ाई गई। इस दौरान यह पता चला कि दोनों गैंगस्टर पेट्रोल पंप पर बोलरो गाड़ी में तेल डलवाने आए थे। चूंकि हत्या में बोलेरो गाड़ी का इस्तेमाल हुआ था, लिहाजा पुलिस यह मानकर चल रही है कि ये वही बोलेरो है। यह फुटेज सिद्धू मूसेवाला की हत्या से थोड़ी देर पहले की है। ये दोनों गैंगस्टर सोनीपत के बताए जा रहे हैं और इनके संबंध में लॉरेंस विश्नोई गैंग से होने की आशंका जताई जा रही है। इनकी तलाश में छापेमारी की जा रही है।
राजस्थान से मंगाई गई थी गाड़ी
वहीं जांच एजेंसियों की मानें तो हत्या के लिए राजस्थान से गाड़ी मंगाई गई थी। कत्ल के लिए इस्तेमाल दोनों गाड़ियां बोलेरो व कोरोला मनप्रीत सिंह मन्नू, मनप्रीत उर्फ सुखपाल और शरद के जरिये हमलावर आरोपितों को मुहैया कराई गई थीं।
मनप्रीत और शरद के बारे में एजेंसियों के पास यह सूचना है कि ये वर्चुअल नंबर से कनाडा में बैठे लॉरेंस विश्नोई के राइट हैंड माने जाने वाले गोल्डी बरार के लगातार संपर्क में थे। इस बात के मद्देनजर ही इस हत्याकांड में शामिल लॉरेंस नेटवर्क के गुर्गों को लेकर जांच जारी है और कई को शक के आधार पर हिरासत में ले भी लिया गया है।
एक टीम नेपाल भी पहुंची
वहीं लॉरेंस विश्नोई को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही दिल्ली पुलिस की टीम को गैंगेस्टर नेटवर्क के जरिये यह जानकारी भी मिल रही है कि वारदात को अंजाम देने वाला एक शूटर नेपाल में हो सकता है। इस कारण दिल्ली पुलिस की एक टीम नेपाल में मौजूद है और शूटर्स की लोकेशन का पता लगाने में जुटी है। दरअसल लॉरेंस बिश्नोई के गुर्गें पर वारदात को अंजाम देने का आरोप है और इसमें उसके पानीपत नेटवर्क के लोगों के ज़ुड़े होने की आशंका है। जबकि इस नेटवर्क के संदिग्धों में से एक के नेपाल में होने की सूचना है।
बैंरक में नहीं मिला कोई फोन
वहीं सोशल मीडिया पर हत्या से जुड़े पोस्ट डाले जाने को लेकर लॉरेंस विश्नोई से पूछताछ किए जाने पर उसने अनभिज्ञता जताई है। उसने कहा कि किसने पोस्ट डाली है, यह उसे जानकारी नहीं है। वहीं जेल नंबर 8 में उसके बैरक की तलाशी भी हो चुकी है लेकिन उसके पास से कोई फोन बरामद नहीं हुआ है। स्पेशल सेल के मुताबिक, लॉरेंस बिश्नोई पूछताछ में ज्यादा सहयोग नहीं कर रहा है। पुलिस ने उसके सामने कुछ गैंगेस्टर को बैठाकर भी पूछताछ की है।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)