भुवनेश्वरः भुवनेश्वर शहर से बुधवार को दो अलग-अलग मामलों में 16 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के 32 किलोग्राम सोने के जेवर और 7 लाख रुपये से अधिक के नकली नोट जब्त किए गए। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने भुवनेश्वर रेलवे स्टेशन से सोने के इतने बड़े जखीरे को जब्त कर इस सिलसिले में चार लोगों को हिरासत में लिया है। आरोपियों की पहचान दीक्षित हसमुखलाल जैन, महेश उमा सारे, सुरेश सहदेव खाबे और दीपक अनंत पडेल के रूप में हुई है। खुर्दा रोड रेलवे जोन के एसडीपीओ चंद्रशेखर साहू ने बताया कि सभी आरोपी मुंबई के हैं।
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साहू ने कहा कि सोने के गहनों को कोणार्क एक्सप्रेस से मुंबई से भुवनेश्वर ले जाया गया। उन्होंने कहा, “उन्होंने कर भुगतान की चोरी की है और खरीदारों के नाम का उल्लेख नहीं किया है। चूंकि उनकी गतिविधि संदिग्ध थी, इसलिए हमने आरोपी को हिरासत में ले लिया है।” उन्होंने बताया, “हिरासत में लिए गए लोगों ने दावा किया है कि वे इन आभूषणों को भुवनेश्वर और आसपास के इलाकों में स्थानीय दुकानों में बेचने के लिए लाए थे।” इसी तरह, एक अन्य मामले में कमिश्नरेट पुलिस ने भुवनेश्वर शहर से 7 लाख रुपये से अधिक के नकली भारतीय नोटों को जब्त किया और सत्य नारायण प्रुस्टी और भूला प्रधान के रूप में पहचाने गए आरोपियों को गिरफ्तार किया।
जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि दोनों ने अमीर बनने के लिए नकली नोट बनाना शुरू करने का फैसला किया। खारवेल नगर थाने के प्रभारी निरीक्षक अरुण स्वैन ने बताया कि दोनों ने नौकरी दिलाने के नाम पर दो लोगों से 24 लाख रुपये ठगे। उन्होंने कहा कि अलग-अलग नोट छापने के दौरान आरोपी 200 रुपये के नकली नोटों को सही तरीके से छापने में सफल रहे। पुलिस ने नकली नोट छापने में इस्तेमाल होने वाला एक लैपटॉप, कलर प्रिंटर, इंकजेट और अन्य सामग्री जब्त की है।
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