पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सड़क मार्ग और हवाई सर्वेक्षण के बाद बुधवार रात 8:15 बजे आपदा प्रबंधन विभाग एवं जल संसाधन विभाग के साथ गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर के मद्देनजर बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की। इस दौरान 12 जिलों बक्सर, भोजपुर, सारण, वैशाली, पटना, समस्तीपुर, बेगूसराय, खगड़िया, लखीसराय, मुंगेर, भागलपुर एवं कटिहार जिले के जिलाधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा के दौरान जुड़े थे।
समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा नदी का जलस्तर बढ़ रहा है और जैसी कि सूचना है अभी और बढ़ने की संभावना है। इसे देखते हुए सभी जिलाधिकारी पूरी तरह अलर्ट मोड में रहें। प्रभावित लोगों से सम्पर्क बनाये रखें और पूरी संवेदनशीलता के साथ सभी की सहायता करें। जल संसाधन विभाग लगातार तटबंधों एवं नदियों के जलस्तर की निगरानी करते रहें एवं इसमें स्थानीय लोगों की भी सहायता लें।
मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि पशु राहत शिविर में पशुओं के चारे की पूरी व्यवस्था रखें। विस्थापित लोगों को राहत शिविरों में सारी सुविधाएं उपलब्ध कराएं। बाढ़ राहत शिविर में जन्म लेने वाली बच्ची को 15 हजार रुपये तथा बच्चे को 10 हजार रुपये की राशि देने का पूर्व से ही जो प्रावधान किया गया है इसे लाभार्थियों को तत्काल उपलब्ध कराएं।
मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि बाढ़ के दौरान जो सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं, जलनिकासी के पश्चात तुरंत उसकी मरम्मति कार्य करायें। पथ निर्माण विभाग एवं ग्रामीण कार्य विभाग अपने अभियंताओं से बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों के पथों की स्थिति का प्रतिदिन अपडेट लें। कृषि विभाग तथा पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जिलाधिकारियों से निरंतर सम्पर्क में रहें। जल संसाधन विभाग एवं सभी जिलाधिकारी गंगा नदी के साथ-साथ सभी नदियों के जलस्तर का अपडेट लेते रहें और तटबंधों की सतत निगरानी करते रहें। अगर कहीं पर किसी प्रकार की क्षति हो तो वहां राहत एवं बचाव कार्य के लिए तत्काल कदम उठाएं।
दियारा और टाल क्षेत्रों पर विशेष निगरानी रखें। कम्युनिटी किचेन की भी पूरी तैयारी रखें। प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को तुरंत सहायता पहुंचाई जाए। बैठक में जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत सहित अन्य वरीय अधिकारीगण एवं 12 जिलों के जिलाधिकारी, वरीय पुलिस अधीक्षक, पुलिस अधीक्षक शामिल थे।