Thursday, December 19, 2024
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कोरोना के बावजूद लविवि में दाखिले को बढ़ा रूझान, 14.3 फीसदी अधिक विद्यार्थियों ने किया आवेदन

लखनऊः लखनऊ विश्वविद्यालय में दाखिला कराने के लिए लगातार विद्यार्थियों का रूझान बढ़ रहा है। सन 2020-21 के अकादमिक सत्र में कोरोना महामारी से ग्रस्त होने के बावजूद देश और प्रदेश भर के विद्यार्थियों ने लखनऊ विश्वविद्यालय में प्रवेश प्राप्त करने के लिए रिकॉर्ड मात्रा में आवेदन पत्र भरे थे। सत्र 2020-21 के 63 हजार 944 के मुकाबले सत्र 21-22 में 73 हजार, 84 अर्थात् कुल 14.3 फीसदी की वृद्धि हुई है। लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने बताया कि इस सत्र में स्नातक स्तर पर कुल 44 हजार, 252 आवेदन पत्र भरे गए थे और स्नातकोत्तर स्तर पर कुल 19 हजार, 367 आवेदन पत्र प्राप्त हुए थे।

2021-22 के अकादमिक सत्र में भी लखनऊ विश्वविद्यालय में रिकॉर्ड आवेदन पत्र प्राप्त किए गए हैं। पिछले सत्र के मुकाबले स्नातक स्तर पर 8.5 फीसदी की वृद्धि दर के साथ 48022 आवेदन पत्र स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए प्राप्त हुए हैं और 26 फीसदी की वृद्धि दर के साथ स्नातकोत्तर कार्यक्रमों में 24397 आवेदन पत्र प्राप्त हुए हैं। डिप्लोमा व सर्टिफिकेट पाठ्यक्रमों में भी 104 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर दर्ज हुई और एकेडमिक सत्र 2020-2021 के 325 फॉर्म्स के मुकाबले 665 फॉर्म प्राप्त हुए। ज्ञातव्य हो कि डिप्लोमा पाठ्यक्रम में अवदान अभी चल रहा है। विश्वविद्यालय की लोकप्रियता एवं इसके विभिन्न पाठ्यक्रमों में पढ़ने के लिए इच्छुक छात्रों की संख्या की बढ़ती संख्या का श्रेय कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने विश्वविद्यालय के नई शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप नवीनीकृत पाठ्यक्रमों को दिया।

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उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने एनईपी 2020 की घोषणा के तुरंत बाद अपने पाठ्यक्रमों को नई शिक्षा नीति के हिसाब से नवीनीकृत किया एवं एनईपी 2020 के सभी आयामों का ध्यान रखते हुए मल्टीपल एंट्री एग्जिट प्वाइंट्स, एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट और इंटर डिसीप्लिनरी एजुकेशन को भी पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया था, जिसके फलस्वरूप आज प्रदेशभर से छात्र लखनऊ विश्वविद्यालय में पढ़ने आना चाहता है। प्रो.दुर्गेश ने बताया कि विश्वविद्यालय पिछले डेढ़ वर्ष में शिक्षा व शोध के साथ-साथ छात्र कल्याण, महिला छात्र सुरक्षा एवं समाज के प्रति विश्वविद्यालय के दायित्व के क्षेत्र में भी आगे बढ़ रहा है, जिसकी वजह से संस्थान पर छात्रों व उनके अभिभावकों का विश्वास भी बढ़ा है। प्रो.राय ने कहा कि विश्वविद्यालय नए सत्र में सभी छात्रों के स्वागत के लिए तैयार है और उन्हें उम्मीद है कि विश्वविद्यालय परिवार के आने वाले नए सदस्य संस्थान की गरिमा, प्रतिभा और लोकप्रियता में अपना योगदान भी देंगे।

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