नई दिल्लीः भारतीय तैराकी महासंघ (एसएफआई) ने 29 मई को मोनाको में होने वाले इंटरनेशनल इवेंट से पहले 10 दिन के अनिवार्य क्वारंटीन में छूट की मांग की है और इसके लिए वह फ्रांस के खेल मंत्रालय के साथ लगातार संपर्क में हैं। एसएफआई के महासचिव मोनाल चोकशी ने कहा कि कोविड-19 प्रोटोकॉल के कारण, फ्रांस जाने वाले यात्रियों को 10 दिनों के क्वारंटीन में रहना पड़ता है। लेकिन हमने फ्रांस के खेल मंत्रालय से अनुरोध किया है कि वे एलीट भारतीय तैराकों का समर्थन करें ताकि वे मोनाको में प्रतिस्पर्धा कर सकें। अगर हमें सकारात्मक प्रतिक्रिया मिलती है तो हम टीम भेजेंगे। नहीं तो हमें 23 जुलाई से शुरू होने वाले टोक्यो ओलंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई करने का मौका गंवाना होगा।
साजन प्रकाश और श्रीहरि नटराज सहित छह भारतीय तैराकों ने अपने-अपने स्पधार्ओं में ओलंपिक ‘बी’ क्वालीफिकेशन मार्क को हासिल किया है। चोकशी ने कहा कि नियमों के अनुसार, ‘बी’ क्वालीफिकेशन समय ओलंपिक में भागीदारी की गारंटी नहीं देता है। यह वाइल्ड कार्ड एंट्री की तरह है, लेकिन ‘ए’ क्वालीफिकेशन से एक स्वचालित ओलंपिक कोटा दिलाता है। भारत में कोविड-19 की दूसरी लहर के कारण घरेलू तैराकी कैलेंडर बाधित हुआ है।
उन्होंने कहा, अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंटों में भाग लेने के कुछ मौके हैं। ‘ए’ क्वालीफिकेशन प्राप्त करने की समय सीमा 27 जून है। यह एक चुनौती है क्योंकि कई यूरोपीय देशों में लंबे समय तक के लिए क्वारंटीन नियम हैं। यहां तक कि अगर हमें वीजा मिलता है, तो मुख्य समस्या घर के अंदर रहना है। क्वारंटाइन नियमों के कारण 10-15 दिन लगेंगे। तैराकों के लिए, पानी में कंडीशनिंग करना महत्वपूर्ण है। अन्यथा, प्रदर्शन का स्तर नीचे गिर जाएगा।” भारतीय टीम ने पिछले महीने ही ताशकंद में उज्बेकिस्तान ओपन स्विमिंग चैंपियनशिप में हिस्सा लिया था।