बलियाः समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं नेता प्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी ने प्रदेश सरकार पर कई हमले किए। उन्होंने कहा कि गंगा नदी में बहती लाशें सरकार की कलई खोल रही है, लेकिन सरकार है कि आंकड़ों की बाजीगरी में व्यस्त है। उसे लोगों की परेशानी और लाशें नहीं दिख रही। नेता प्रतिपक्ष ने बयान जारी कर सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस महामारी के काल में सरकार लोगों की मौत और संक्रमितों की संख्या छुपाने में जुटी है। सरकार द्वारा महामारी रोकने और पीड़ितों को राहत पहुंचाने की दिशा में कोई ठोस व सार्थक प्रयास नहीं हो रहा है। जिसका नतीजा है कि लोग भयभीत हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मां गंगा के नाम पर राजनीति की रोटी सेंकने वाले लोगों की राजनीतिक कारगुजारी का प्रतिफल हैं उसमें तैरती लाशें। अगर कोरोना की पहली लहर के बाद ही सरकार ईमानदारी से लग गई होती तो यह दूसरी लहर इतनी भयावह नहीं होती। सरकार को घेरते हुए उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन और दवाई के अभाव में लोग मर रहे हैं। यह स्वाभाविक मृत्यु नहीं बल्कि हत्या है। इस हत्या की दोषी सीधे-सीधे सरकार है। उन्होंने कहा कि वह जिले के अनेक स्वास्थ्य केंद्रों पर गये। हर जगह लोगों में कोरोना महामारी के दौर में सरकारी बदइंतजामी के प्रति गुस्सा और भय का माहौल है। नेता प्रतिपक्ष ने स्वास्थ्यकर्मियों के कार्यो की सराहना भी की। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्यकर्मी पूरी तन्मयता से अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं।
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श्री चौधरी ने मांग किया कि प्रदेश के सभी जनपदों में एक-एक ऑक्सीजन प्लान्ट स्थापित किया जाय व प्रदेश भर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर बेड की संख्या बढ़ाने के साथ ही ऑक्सीजन की उपलब्धता की जाय। वेंटिलेटर, सिटी स्केन तथा एक्सरे मशीन भी लगायी जाए क्योंकि विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि अभी तीसरी लहर बाकी है।