लखनऊः प्रदेश में 45 वर्ष से अधिक आयु वाले लोगों का टीकाकरण गुरुवार से शुरू हो गया है। आम लोगों के साथ माननीयों ने भी कोरोना टीकाकरण करवाया। प्रदेश के विधायी, न्याय एवं ग्रामीण अभियंत्रण सेवा मंत्री ब्रजेश पाठक ने सपरिवार सिविल अस्पताल में कोविड-19 वैक्सीन की पहली डोज ली। इस मौके पर उन्होंने सभी से आग्रह किया कि जब भी उनकी बारी आए वैक्सीन जरूर लगवाएं, वैक्सीन से सम्बन्धित किसी भी भ्रम से दूर रहें। उन्होंने प्रदेशवासियों से मिलकर कोरोना मुक्त भारत बनाने का संकल्प लेने की अपील की। कैबिनेट मंत्री ने सिविल अस्पताल में कोविड-19 वैक्सीन टीकाकरण अभियान में आए सम्मानित वरिष्ठजनों का स्वागत भी किया। उन्होंने वैक्सीन को पूरी तरह सुरक्षित बताया।
प्रदेश के मुख्य सचिव आरके तिवारी ने भी अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ लखनऊ में टीका लगवाया और लोगों से भी टीकाकरण कराने की अपील की। अपर मुख्य सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद के मुताबिक प्रदेश में 45 वर्ष से अधिक आयु वाले लोगों के टीकाकरण के लिए कई हेल्थ ऐंड वेलनेस सेंटर को भी केन्द्र बनाया गया है। पूरे प्रदेश में लगभग 5,500 केन्द्रों पर टीकाकरण किया जा रहा है। पूरे प्रदेश में लगभग 5,500 केन्द्रों पर टीकाकरण किया जा रहा है। टीकाकरण केन्द्रों की क्षमता में 25 प्रतिशत तक का इजाफा किया गया है। अभी प्रदेश में 1.97 करोड़ बुजर्गों व 45 वर्ष से 60 वर्ष की आयु के गम्भीर रोगियों को टीका लगाया जा रहा था। अब 45 वर्ष से अधिक उम्र के 2.25 करोड़ नए लोगों के जुड़ने के बाद कुल लाभार्थियों की संख्या 4.22 करोड़ हो जाएगी।
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उन्होंने कहा कि टीकाकरण करवाना अत्यंत आवश्यक है। लोग कोविन पोर्टल पर जाकर प्री ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकते है। जो लोग ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं कर पाते है, वो स्वयं अपना आधार कार्ड या कोई पहचान पत्र लेकर वैक्सीनेशन सेन्टर पर जायें वहां पर मौजूद स्वास्थ्यकर्मी उनका पंजीकरण करके टीकाकरण कराने का कार्य करेगा। इस बीच प्रदेश सरकार ने पूरे उत्तर प्रदेश को कोविड-19 महामारी की चपेट में घोषित कर दिया है। इस आदेश के तहत उत्तर प्रदेश लोक स्वास्थ्य एवं महामारी रोग नियंत्रण अधिनियम 2020 की धारा-3 के तहत दी गयी शक्तियों का प्रयोग करते हुए राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने घोषणा की है कि पूरा उत्तर प्रदेश राज्य कोविड-19 से प्रभावित है। यह आदेश 30 जून या अगले आदेशों तक प्रभावी रहेगा।