इस्लामाबाद: पाकिस्तान के सिंध प्रांत में जीएम सईद की आजादी समर्थक रैली में प्रदर्शनकारियों ने हाथों में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ-साथ विश्व के अन्य नेताओं के पोस्टर लेकर प्रदर्शन किया। जीएम सईद की 117वीं जयंती के अवसर पर इस रैली का आयोजन किया गया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने आजादी समर्थक नारे भी लगाए।
प्रदर्शनकारियों ने भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ-साथ अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन, अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतरेस और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के पोस्टर भी हाथों में लिये हुए थे।
#WATCH: Placards of PM Narendra Modi & other world leaders raised at pro-freedom rally in Sann town of Sindh in Pakistan, on 17th Jan.
Participants of the rally raised pro-freedom slogans and placards, seeking the intervention of world leaders in people’s demand for Sindhudesh. pic.twitter.com/FJIz3PmRVD
— ANI (@ANI) January 18, 2021
बांग्लादेश की आजादी के बाद सिंधु देश की मांग ने पकड़ी रफ्तार
इस आंदोलन को रफ्तार मिली 1972 में जब बांग्लादेश पाकिस्तान से अलग हो गया। पूर्वी बंगाल के संघर्ष से प्रेरणा लेकर सिंधी राजनेता जी एम सैयद ने जिए सिंध तहरीक नाम का संगठन गठित किया और सिंधु देश का विचार अपने समर्थकों और सिंधु की स्वतंत्रता के साथ सहानुभूति रखने वाले लोगों के सामने पेश किया।
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जी एम सैयद पाकिस्तान के पहले राजनेता थे जिन्होंने सिंध देश की स्वतंत्रता की मांग की थी। सिंध के खिलाफ नीतियों का विरोध करने के लिए पाकिस्तान ने उन्हें 30 साल तक कैद रखा। 26 अप्रैल 1995 को कराची में कैद के दौरान ही इनकी मृत्यु हो गई। उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान में कई राष्ट्रवादी पार्टियां हैं, जो मुक्त सिंध प्रांत की मांग कर रही हैं। वह इस मुद्दे को लगातार अंतर्राष्ट्रीय मंच पर उठाती रही हैं।