बेंगलुरूः साल 2020 में महामारी की वजह से लगाए गए लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग के चलते साल 2019 के मुकाबले ऑनलाइन लेनदेन में 80 फीसदी तक का इजाफा देखने को मिला है। खासकर छोटे शहरों में यह बदलाव अधिक देखा गया है, जहां व्यवसायियों से लेकर खरीददारों तक सभी ने उल्लेखनीय रूप से डिजिटल पेमेंट को अपनाया है। मंगलवार को जारी एक नई रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गई। फिनटेक यूनिकॉर्न रेजरपे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, टियर-2 और 3 शहरों में लोगों द्वारा ऑनलाइन लेनदेन को अधिक अपनाए जाने के मद्देनजर इसमें 92 फीसदी तक इजाफा हुआ। बिल वगैरह भरने के लिए लोगों ने पैसे के लेनदेन की जगह डिजिटल पेमेंट को अधिक उपयोगी समझा, जिसके चलते यूटिलिटी पेमेंट और ऑनलाइन बिल पेमेंट में 357 फीसदी का उछाल देखा गया।
रिपोर्ट में इस बात का जिक्र किया गया कि इस दौरान क्रेडिट/डेबिट कार्ड, नेट बैंकिंग और वॉलेट पेमेंट के मुकाबले यूपीआई के जरिए अधिक लेनदेन हुए। साल 2019 के मुकाबले साल 2020 में यूपीआई ट्रांजैक्शन को लोगों ने पेमेंट का अधिक बेहतर जरिया माना और इसी के चलते महज एक ही साल में इसमें 120 फीसदी तक का उछाल देखने को मिला। ऐसा खासकर टीयर-2 और टीयर-3 शहरों में हुआ।
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रेजरपे के सह-संस्थापक और सीईओ हर्षिल माथुर ने कहा, साल 2019 के मुकाबले 2020 में टोटल ऑनलाइन ट्रांजैक्शन में उछाल जरूर देखने को मिला, लेकिन मेरे लिए सबसे अधिक उत्साहजक बात यह रही कि साल की अंतिम छमाही में अकेले इसमें 73 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। टीयर-2 और टीयर-3 शहरों के ऑनलाइन लेनदेन में लगभग 92 फीसदी तक का इजाफा हुआ है। देश के इन हिस्सों से ऑनलाइन पेमेंट के क्षेत्र में इस कदर इजाफा हमें पहली दफा देखने को मिला है।