कौशांबीः जिले के जानकीपुर कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में बुधवार दोपहर का खाना खाने के बाद 65 छात्राएं बीमार पड़ गयीं। इनमें से 13 की हालत गंभीर है। खराब खाना खाने से बच्चे फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गये हैं। मामले को संज्ञान में लेते हुए जिलाधिकारी सुजीत कुमार ने खाद्य सुरक्षा अधिकारी को जांच के आदेश दिए हैं। निर्देश मिलने के कुछ ही देर बाद एसडीएम, सीओ और खाद्य सुरक्षा अधिकारी कस्तूरबा आवासीय विद्यालय पहुंचे और जांच शुरू कर दी।
बेसिक रिसोर्सेज सेंटर चायल क्षेत्र के जानकीपुर गांव में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय संचालित है। इसमें लगभग 70 छात्राएं नामांकित हैं, जिनमें से 65 छात्राएं विद्यालय में उपस्थित थीं। जिलाधिकारी सुजीत कुमार ने बताया कि बुधवार दोपहर स्कूल में बच्चों को अचानक उल्टी-दस्त शुरू हो गयी। स्कूल वार्डन ने तुरंत प्राथमिक उपचार शुरू किया। तबीयत बिगड़ने पर बीमार छात्राओं को एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया गया।
स्कूल की 65 छात्राएं बीमार हैं, जिनमें से 13 की हालत गंभीर है। जिलाधिकारी सुजीत कुमार के मुताबिक, छात्राओं को सुबह नाश्ते में आलू पराठा, दूध और केला दिया गया। इसे खाने के बाद ही इन लोगों की हालत बिगड़ी है। किन परिस्थितियों में इन छात्राओं के लिए जहरीला खाना बनाया गया है। किस व्यक्ति ने खाने में क्या मिलाया है। इसके लिए खाद्य सुरक्षा अधिकारी को जांच सौंपी गई है।
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जांच रिपोर्ट आने के बाद जो भी दोषी व्यक्ति सामने आएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। आदेश के 30 मिनट के भीतर एसडीएम चायल, सीओ चायल और खाद्य सुरक्षा अधिकारी एक साथ विद्यालय परिसर में दाखिल हुए। स्कूल की रसोई और सामान को कब्जे में लेकर सैंपलिंग की गई है। सीओ चायल योगेन्द्र कृष्ण नारायण और एसडीएम दीपेन्द्र यादव ने स्कूल स्टाफ से पूछताछ कर घटना के समय की हकीकत जानने का प्रयास किया है।
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