3.34 लाख बच्चे खायेंगे कृमि से बचने की दवा, स्कूलों, मदरसों व महाविद्यालयों में दी जायेगी खुराक

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रायपुरः छत्तीसगढ़ के जगदलपुर जिले में कृमि से बचाव हेतु राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम के तहत 10 फरवरी को 01 वर्ष से 19 वर्ष तक के बच्चों को कृमि मुक्ति दिवस पर एल्बेंडाजोल की दवा खिलाई जाएगी, वहीं 15 फरवरी को छूटे हुए बच्चों को दवा खिलाई जाएगी। जिले के छोटे बच्चों एवं किशोर-किशोरियों को कृमि से बचाव हेतु, एल्बेंडाजोल की 3.34 लाख गोली खिलाने का लक्ष्य रखा गया है।

सीएमएचओ डॉ. आरके चतुर्वेदी ने सोमवार को जानकारी देते हुए बताया कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम के अंतर्गत जिले के 01 वर्ष से 19 वर्ष तक के बच्चों को कृमि से मुक्ति दिलाने के लिए एल्बेंडाजोल की गोली का सेवन कराया जाएगा। कृमि से बचाव हेतु 10 फरवरी को कृमि दिवस मनाया जाएगा तथा छूटे हुए बच्चों के लिये 15 फरवरी को मॉप-अप दिवस के तहत कृमि से बचाव की गोली खिलाई जाएगी। इस कार्यक्रम के लिये राज्य स्वास्थ्य विभाग से गाइडलाइन जारी किया गया है।

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इस तरह बच्चों को दी जायेगी दवा –

जिले के समस्त विकासखंड को दिशा-निर्देश भेजे जा चुके हैं। इस वर्ष बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों, एवं शासकीय विद्यालयों, शासकीय अनुदान प्राप्त शालाओं, केंद्रीय विद्यालयों, नवोदय विद्यालय, मदरसों, निजी स्कूलों, अनुदान प्राप्त निजी स्कूलों, महाविद्यालयों व तकनीकी शिक्षा संस्थानों में कृमिनाशक दवा दी जाएगी। कृमि मुक्ति कार्यक्रम के तहत 01 से 02 वर्ष तक के बच्चों को आधी गोली (200 एमजी) चूर्ण बनाकर पानी के साथ, 02 से 03 वर्ष तक के बच्चों को 01 गोली पूरी तरह से चूर्ण बनाकर पानी के साथ तथा 04 वर्ष से 19 वर्ष तक के बच्चों को एक पूरी गोली (400 एमजी) चबाकर के पानी के साथ सेवन कराया जाएगा। एल्बेंडाजोल की गोली बच्चों और बड़ों के लिए सुरक्षित है।

कृमिमुक्ति कार्यक्रम के नोडल अधिकारी सी.आर.मैत्री ने बताया कि कृमि संक्रमण चक्र की रोकथाम के लिए यह गोली बच्चों को देना आवश्यक है। कृमि बच्चों के स्वास्थ्य शिक्षा और संपूर्ण विकास को लंबे समय तक नुकसान पहुंचा सकते हैं। कृमिनाशक की गोली से बच्चों के संपूर्ण शारीरिक मानसिक विकास में मदद मिलती है। इसलिए कृमि नाशक गोली खिलाना आवश्यक है।

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