Thursday, December 12, 2024
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Homeउत्तर प्रदेशलखनऊ के श्मशान घाटों पर वेटिंग लिस्ट में लाशें, एपीसेंटर बनी राजधानी

लखनऊ के श्मशान घाटों पर वेटिंग लिस्ट में लाशें, एपीसेंटर बनी राजधानी

लखनऊः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐलान किया है कि प्रदेश में अब लॉकडाउन लगाने की योजना नही है। जिन जनपदों में प्रतिदिन 100 से अधिक मामले सामने आ रहे हैं अथवा कुल सक्रिय मामलों की संख्या 500 से अधिक है, वहां पर रात्रि 9 बजे से सुबह 6 बजे तक कोरोना कर्फ्यू लगाने का निर्देश दिया गया है। इसके अलावा कंटेनमेंट जोन की व्यवस्था को सख्ती से लागू किया जाए।

यह बातें रविवार 11 अप्रैल को मुख्यमंत्री ने अपने आवास पर उच्चस्तरीय बैठक में कहीं। उन्होंने आगे कहा कि आने वाला समय हमारे लिए बेहद चुनौतीपूर्ण है और इसका हमें डटकर मुकाबला करना है। कोरोना के खिलाफ जारी जंग में पिछले वर्ष प्रदेश के सभी जिलों ने प्रबंधन का बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत किया था, इस बार भी हम टीमवर्क के जरिए कोरोना की इस लड़ाई को जीतेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी कार्यालयों और औद्योगिक इकाइयों में कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन के साथ ही कोविड डेस्क को सक्रिय किया जाए। कोरोना के बीच होने वाले पंचायत चुनाव पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मतदानकर्मियों, पुलिसकर्मियों और चिकित्सकों की सुविधा और सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाए। इससे पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना के बढ़ते खतरे के मद्देनजर राजधानी लखनऊ में तत्काल कम से कम 2,000 आईसीयू बेड की व्यवस्था करने के निर्देश दिए थे।

एपिसेंटर बनती जा रही राजधानी

प्रदेश की राजधानी लखनऊ कोरोना के मामले में एपिसेंटर बनता जा रहा है। एक सप्ताह से लगातार प्रतिदिन संक्रमित मरीजों की संख्या लगभग दोगुने रफ्तार से बढ़ रही है तो वहीं अस्पतालों में बेड फुल होने के चलते मरीज बेहाल है। यूपी के ग्रामीणांचलों में तो कोरोना के मामले तेजी से नही फैल रहे हैं, लेकिन शहरी क्षेत्रों में स्थिति काफी भयावह होती जा रही है। प्रदेश की राजधानी लखनऊ जहां कोरोना मामलों में नंबर एक पर है, तो वहीं अन्य जिलों में भी मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं।

300 से ज्यादा डॉक्टर व अन्य कर्मी हो चुके संक्रमित

कोरोना की दूसरी लहर में सबसे ज्यादा स्वास्थ्यकर्मी प्रभावित हुए हैं। राजधानी लखनऊ में 300 से अधिक डॉक्टर व अन्य स्वास्थ्य कर्मचारी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। इससे स्वास्थ्य सेवाओं पर भी काफी बुरा प्रभाव पड़ा है। आंकड़ों पर गौर करें तो केजीएमयू में 100 से अधिक, पीजीआई में 80 से अधिक, डफरिन में 100 से अधिक, बलरामपुर में 20 से ज्यादा, सिविल अस्पताल में 12 से अधिक, लोकबंधु में 6 से ज्यादा व लोहिया संस्थान में 2 से ज्यादा डॉक्टर संक्रमित हो चुके हैं।

श्मशान घाटों पर वेटिंग लिस्ट में लाशें

कोरोना की दूसरी लहर ने हालात को और अधिक गंभीर बना दिया है। जितनी तेजी से कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है, उतनी ही तेजी से मौतें भी हो रही हैं। हालत यह हो गयी है कि राजधानी लखनऊ के श्मशान घाटों पर कोरोना मरीजों की लाशें वेटिंग लिस्ट में पड़ी हुई हैं। खास तौर से विद्युत शवदाह गृहों में टोकन लेकर लाशों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है और पर्याप्त व्यवस्था न होने के चलते लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है।

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30 अप्रैल तक बंद रहेंगे स्कूल-कॉलेज

प्रदेश में कक्षा 01 से 12वीं तक के सभी सरकारी व गैर-सरकारी विद्यालयों में 30 अप्रैल तक पठन-पाठन स्थगित करने का निर्देश मुख्यमंत्री ने दिया है। इसके साथ ही कहा कि इस दौरान हर जिले में कोचिंग सेंटर भी बंद रहेंगे। इस अवधि में पूर्व निर्धारित परीक्षाएं हो सकती हैं और आवश्यकता के अनुरूप शिक्षक व अन्य स्टाफ आ सकते हैं।

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