लखनऊः उत्तर प्रदेश में लॉकडाउन 6 मई तक बढ़ाने के बाद योगी सरकार ने कोरोना महामारी से निपटने में जुटे सभी स्वास्थ्यकर्मियों का मानदेय बढ़ाने का फैसला किया है। वहीं, मेडिकल से लेकर पैरामेडिकल तक के अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को भी कोरोना के विरुद्ध मैदान में उतारने पर विचार किया जा रहा है। प्रदेश में कोविड के विरुद्ध युद्ध में जुटे सभी स्वास्थ्यकर्मियों की हालत बेहद खराब हो गई है। 24-24 घंटे काम करने के बाद वे भी बीमार पड़ने लगे हैं। अपने को असहाय महसूस कर रहे हैं।
इसी बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अब स्वास्थ्यकर्मियों के हितों की ओर नजर दौड़ाई है और कोरोना महामारी से निपट रहे स्वास्थ्यकर्मियों के मदद करने की कोशिश की है। योगी सरकार स्वास्थ्यकर्मियों का विशेष प्रोत्साहन के साथ ही साथ मानदेय बढ़ाएगी। वहीं, मेडिकल और पैरा मेडिकल के अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को भी सेवा लेने पर पर विचार कर रही है। जिन छात्रों की सेवा ली जा जाएगी, उन्हें सरकार विशेष पैकेज देगी। इसके लिए जिलों में मैनपावर बढ़ाने के लिए युद्धस्तर पर कार्रवाई शुरू हो गई। सरकार के इस कदम से एक ओर स्वास्थ्यकर्मियों को राहत मिलेगी, वहीं विद्यार्थियों को भी इस कोरोना काल में सहायता होगी। दूसरी ओर इससे मरीजों को भी राहत मिलेगी।
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सादा वेशधारी अधिकारियों की कालाबाजारी पर नजर
कोरोना पर व्यापक नियंत्रण को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ताबड़तोड़ एक्शन ले रहे हैं। हाल ही में उन्होंने टीम-11 को भंग कर टीम-09 का गठन किया। सभी अधिकारियों की जिम्मेदारी तय कर दी गयी है। वहीं दवाओं, जरूरी सामानों की कालाबाजारी रोकने के लिए प्रदेश में सख्त हिदायत दी गई है। अधिकारी सादा वेश में भ्रमण कर कालाबाजारी पर नजर बनाए हुए हैं।