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कृषि मंत्री ने कहा- पीएम के प्रयासों से 2023 को मिलेट वर्ष के रूप मना रही दुनिया

  वाराणसीः उत्तर प्रदेश के कृषि, कृषि शिक्षा एवं कृषि अनुसंधान विभाग मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने शुक्रवार को "द मिलियन फार्मर स्कूल" की जरूरतों पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र और विश्व बैंक ने भी राज्य सरकार की इस अवधारणा की सराहना की है। कृषि मंत्री कमिश्नरी सभागार में आयोजित कार्यक्रम में किसान पाठशाला के मास्टर ट्रेनर्स प्रशिक्षण कार्यक्रम का ऑनलाइन उद्घाटन करने के बाद उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की कार्यशाला जमीनी स्तर पर किसानों को लाभ पहुंचाने में काफी महत्वपूर्ण साबित होती है। कृषि विभाग से दो करोड़ से अधिक किसान जुड़े हैं, जिन्हें इस पाठशाला से लाभ मिलेगा।

वनीकरण को बढ़ावा देने का आह्वान

कृषि मंत्री ने जलवायु परिवर्तन के प्रभावों पर चिंता व्यक्त करते हुए वनीकरण को और बढ़ावा देने का आह्वान किया। उन्होंने सरकार के 35 करोड़ मेगा वनीकरण अभियान के लक्ष्य में और अधिक सक्रियता से भाग लेने पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि जुलाई 1 लाख 20 हजार साल में अब तक सबसे गर्म रहा है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार का 96.5 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ आच्छादन का लक्ष्य है, जिसके सापेक्ष अब तक लगभग 73 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में फसल आच्छादन हो चुका है। शेष भूमि को कवर करने के लिए विभागीय अभियंताओं को पूरी क्षमता से नहरें चलाने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने सभी सरकारी ट्यूबवेलों एवं निजी ट्यूबवेलों को क्रियाशील बनाने पर विशेष जोर दिया।

किसानों को बांटी जा रही किट

मौसम में बदलाव को देखते हुए कृषि मंत्री ने ज्वार, बाजरा, उड़द, मूंग के वैकल्पिक उपयोग को बढ़ावा देने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से पूरी दुनिया 2023 को बाजरा वर्ष के रूप में मना रही है, इसके महत्व को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार 4 वर्षों के लिए श्रीअन्न योजना को बढ़ावा देने के लिए एक विशेष कार्यक्रम चला रही है, जिसके तहत किसानों को 4.5 लाख मिनी किट अब तक दिये गये हैं। उन्होंने वैकल्पिक ऊर्जा के रूप में प्रधानमंत्री द्वारा लॉन्च किए गए यूरिया गोल्ड के बारे में भी बात की। यह भी पढ़ेंः-UP: पाकिस्तानी जासूस रईस को लेकर गोंडा पहुंची ATS टीम, घर में मिले कई अहम दस्तावेज उन्होंने प्रणाम योजना के तहत पराली प्रबंधन के बारे में बात करते हुए कहा कि हम इसे उर्वरक के रूप में कैसे उपयोग कर सकते हैं। कृषि मंत्री ने मल्टी क्रॉपिंग पर जोर देते हुए कहा कि हम कम क्षेत्र में अधिक उपज कैसे पैदा कर सकते हैं। कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने कृषि मंत्री को तुलसी का पौधा देकर उनका स्वागत किया। कार्यक्रम में जिलाधिकारी एस राजलिंगम भी मौजूद रहे। रिपोर्ट- सुजीत पटेल, संवाददाता वाराणसी