Saturday, November 16, 2024
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योगी सरकार के कोविड प्रबंधन का डब्ल्यूएचओ हुआ कायल, ट्रेसिंग प्रक्रिया का किया समर्थन

लखनऊः विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंगलवार को भारत के उत्तर प्रदेश में कोविड पर प्रभावी नियंत्रण को लेकर उठाये गए कदम के लिए जमकर तारीफ की है। संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए प्रदेश में योगी सरकार द्वारा घर-घर जाकर कोरोना संक्रमण को लेकर जानकारी इकट्ठा करना, त्वरित समाधान को लेकर उठाये गए कदम का डब्ल्यूएचओ कायल हो गया है। संगठन मान रहा है कि संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए सरकार का कदम अत्यंत महत्वपूर्ण है। वहीं, डब्ल्यूएचओ ने सरकार के माइक्रो प्लानिंग का भी समर्थन किया है।

बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर जाकर कोविड-19 से संक्रमितों को खोजा जा रहा है। संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए गांव-गांव टेस्टिंग का महाअभियान चल रहा है। निगरानी समितियां घर-घर जाकर स्क्रीनिंग कर रही हैं। होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को मेडिकल किट उपलब्ध कराए जा रहे हैं। लक्षणयुक्त लोगों के बारे में आरआरटी को सूचना देकर उनका एंटीजन टेस्ट कराया जा रहा है। ट्वीट करके विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि भारत के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में संक्रमण को रोकने के लिए वहां की सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर जाकर कोरोना संक्रमितों को खोज रही है। इसके तहत लक्षणयुक्त लोगों की टेस्टिंग की जा रही है।

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उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के स्वास्थ्य विभाग से 1,41,610 टीमों और 21,242 पर्यवेक्षकों को तैनात किया है ताकि सभी ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड से जुड़े केसों को खोजा जा सके। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि वे कोविड ट्रेसिंग प्रक्रिया का सपोर्ट करते हैं। उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू लागू है। इस दौरान सैनिटाइजेशन भी किया जा रहा है। प्रदेश में 17 मई तक कोरोना कर्फ्यू लागू रहेगा। इस दौरान जरूरी सेवाएं बहाल रहेंगी। विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन ने योगी सरकार के कोविड मैनेजमेंट को धरातल पर परखने के लिए यूपी के ग्रामीण इलाकों में 10 हजार घरों का दौरा किया । डब्‍ल्‍यूएचओ की टीम ने खुद गांवों में कोविड मैनेजमेंट का हाल जाना। कोरोना मरीजों से उनको मिल रही चिकित्‍सीय सुविधाओं के बारे में पूछताछ की। इतना ही नहीं विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन के विशेषज्ञों ने फील्‍ड में काम कर रही 2 हजार सरकारी टीमों के काम काज की गहन समीक्षा भी की है। डब्‍ल्‍यूएचओ ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि किस तरह यूपी के ग्रामीण इलाकों में किस तरह योगी सरकार ने सामुदायिक केंद्रों, पंचायत भवनों और स्‍कूलों में कोरोना मरीजों की जांच और इलाज की सुविधा दे रही है। जिले के हर ब्‍लाक में कोविड जांच के लिए राज्‍य सरकार की ओर से दो मोबाइल वैन तैनात की गई है। कोरोना के खिलाफ महाअभियान के लिए स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की 141610 टीमें दिन रात काम कर रही हैं। कोविड मैनेजमेंट की इस पूरे अभियान पर नजर रखने के लिए योगी सरकार ने 21242 पर्यवेक्षकों की तैनाती की है।

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