उत्तर प्रदेश

दो दशक से प्यासी है यूपी की पत्थर नगरी, लाख कोशिशों के बाद भी नहीं सुधरे हालात

water tanker

 महोबाः उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े पत्थर उद्योग वाले शहरों में से एक कबरई दो दशकों से अधिक समय से पानी की समस्या से जूझ रहा है। पांच साल पहले वार्डों में पाइपलाइन बिछाकर आपूर्ति बहाल करने की तैयारी की गयी थी, लेकिन शिलान्यास के बाद भी योजना धरातल पर नहीं उतर सकी। यहां के लोग पूरे साल टैंकरों पर निर्भर रहते हैं। गर्मी के मौसम में समस्या और भी विकराल हो जाती है।

पानी से हो रहे विवाद

जिले के कबरई नगर के निवासी काफी समय से पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। यहां 50 हजार से ज्यादा की आबादी है। शहर के राजेंद्र नगर, इंदिरा नगर, शास्त्री नगर, सुभाष नगर और विशाल नगर वार्ड में पानी की समस्या सबसे ज्यादा है। स्थिति यह है कि जैसे ही टैंकर यहां पहुंचता है, लोग कुछ ही मिनटों में उसे अपनी मोटर गाड़ियों से खाली कर देते हैं और कई बार पानी को लेकर लोगों के बीच विवाद भी हो जाता है। नगर स्थित कलशहा बाबा धाम में जल जीवन मिशन के तहत एक बड़ी पानी टंकी का निर्माण कराया जा रहा है, जिसका काम अभी भी अधूरा है।

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अर्जुन सहायक परियोजना से लोगों की जगी उम्मीद

नगरवासी आनंद गुप्ता, अशोक गुप्ता, सन्नी सिंह, कृष्ण कुमार, आलोक वर्मा, मुन्ना, समीर सहित अन्य ने बताया कि यहां लगे हैंडपंप का पानी इतना खारा है कि इसे पीने के काम में नहीं लिया जा सकता है। यहां के पत्थर उद्योग से सरकार को करोड़ों रुपये का राजस्व मिलता है, फिर भी समस्या बनी हुई है। अर्जुन सहायक परियोजना में कबरई बांध को अन्य भादों से जोड़ दिया गया है, इसलिए हमें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में हमें पानी की समस्या से राहत मिलेगी, लेकिन फिलहाल इस क्षेत्र के लोग पानी की समस्या से जूझ रहे हैं।

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