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प्राकृतिक ऊर्जा के साथ रक्तसंचार को बेहतर बनाता है नंगे पैर चलना

नई दिल्लीः दिनभर के कामकाज के बीच कुछ समय खुद के लिए निकालना बेहद जरूरी होता है। इससे काम का तनाव भी कम होता है और आपका फिट भी रहते है, लेकिन यदि फिर भी आपके पास एक्सरसाइज करने का भी समय नही है तो कम से कम 15-20 मिनट नंगे पांव जरूर चलें। यह और भी लाभदायक तब है जबकि आप नंगे पांव प्रातःकाल के समय हरी घास पर कुछ देर पैदल चलें। इससे कई तरह के स्वास्थ्य लाभ होते हैं। हरी घास पर सुबह और शाम को नंगे पैर चलने से एक तरफ जहां तनाव की समस्या कम होती है। वहीं आंखों की रोशनी भी बढ़ती है। सुबह के समय हरे पेड़-पौधे देखने से आंखों को राहत भी मिलती है।

इसके साथ ही हमारे शरीर का पूरा दबाव पैरों के अंगूठों पर होता है और जब सुबह के समय ठंडी हरी घास पर आप पैदल चलते हैं तो इसकी मदद से आंखों की रोशनी बढ़ती होती है। नंगे पैर चलने से शरीर में प्राकृतिक ऊर्जा बनी रहती है और इससे शरीर के अंग अधिक सक्रिय, सुडौल बनते हैं। इसके साथ ही आपका रक्तसंचार भी बेहतर होता है। नंगे पैर चलने से पैरों की एक्सरसाइज भी होती है। जिससे पैरों की मांसपेशियों और घुटनों के दर्द में आराम मिलता है। साथ ही पैरों के दर्द में भी राहत मिलती है।

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शुगर के मरीजों के लिए सुबह के समय नंगे पांव पैदल चलना, वहां बैठना औषधि की तरह काम करता है। शुगर के मरीज हरियाली के बीच रह कर नियमित गहरी सांस लेते हुए टहलें तो शरीर में ऑक्सीजन की पूर्ति होने से उनकी कई समस्याओं का समाधान होता है। ऐसा माना जाता है कि सुबह के समय की धूप शरीर के लिए बेहद लाभकारी होती है। ऐसे में यदि आप हरी घास पर प्रातःकाल चलते है दोनों का पोषण आपके शरीर को मिलता है। जिससे आपको हड्डियो के दर्द में भी लाभ होगा। कई लोग एलर्जी और बार-बार छींक आने की समस्या से परेशान रहते हैं। उन्हें प्रातःकाल के समय जरूर हरी घास पर चलना चाहिए। इससे पैरों की नीचे की कोशिकाओं से जुड़ी तंत्रिकाओं द्वारा मस्तिष्क तक राहत मिलती है। जिससे एलर्जी और छींक लगाने की समस्या से भी निजात मिलता है।