देश उत्तराखंड Featured

Uttarkashi Tunnel Rescue: चट्टानों का सीना चीर सकुशल बाहर आए सभी मजदूरों को आर्थिक सहायता देगी सरकार

Uttarkashi-Tunnel-Rescue Uttarkashi Tunnel Rescue, सिलक्याराः 17 दिनों की लंबी जद्दोजहद के बाद आखिरकार मंगलवार 28 नवंबर की रात 8 बजे रेस्क्यू टीम को सफलता मिली और सुरंग के अंदर फंसे 41 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। सभी मजदूर स्वस्थ बताये जा रहे हैं। इस बीच उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घोषणा की कि सिल्कयारा सुरंग में फंसे सभी 41 श्रमिकों को एक-एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं। इसके अलावा अस्पताल में इलाज से लेकर घर जाने तक की पूरी व्यवस्था की जाएगी।

सिलक्यारा में बनेगा बौख नाग देवता का भव्य मंदिर

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार सिल्कयारा सुरंग में फंसे सभी श्रमिकों को एक-एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता देगी। इसके अलावा अस्पताल में इलाज से लेकर घर जाने तक की पूरी व्यवस्था की जाएगी। साथ ही सीएम धामी ने ये भी ऐलान किया है कि सिलक्यारा में बौख नाग देवता का भव्य मंदिर बनाया जायेगा। ये भी पढ़ें..Uttarkashi tunnel collapse: सिल्कयारा सुरंग से बाहर आए सभी 41 मजदूर, 17 वें दिन पूरा हुआ रेस्क्यू मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सिल्क्यारा में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सुरंग में फंसे सभी मजदूरों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अस्पताल में इलाज का खर्च सरकार उठाएगी। इनके अलावा सरकार परिवार के सदस्यों और श्रमिकों के लिए भोजन और आवास की व्यवस्था भी कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रमिकों के स्वस्थ होने पर सरकार की ओर से आर्थिक सहायता के तौर पर एक-एक लाख रुपये का चेक दिया जायेगा। इसके अलावा घर जाने का पूरा खर्च भी सरकार उठाएगी। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि बाबा बौखनाग और देवभूमि के देवी-देवताओं की कृपा से ऑपरेशन सफल रहा। सिल्क्यारा में बौखनाग देवता का भव्य मंदिर बनाया जाएगा। इसके लिए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये गये हैं।

ग्रामीणों ने उठाई थी नाग देवाता के मंदिर की मांग

मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा बौखनाग के आशीर्वाद से सभी मजदूर सुरक्षित बाहर आ गये हैं। ग्रामीणों ने बाबा बौखनाग का मंदिर बनाने की मांग उठाई है। सरकार इस मांग को पूरा करेगी। इसके लिए अधिकारियों को मंदिर का निर्माण कार्य जल्द शुरू करने के निर्देश दिए गए। गौरतलब है कि 12 नवंबर को दिवाली की सुबह उत्तरकाशी जिले के सिल्क्यारा में 4।5 किलोमीटर लंबी निर्माणाधीन सुरंग में भूस्खलन हो गया था, जिसके बाद नाइट शिफ्ट में काम करने वाले करीब 41 मजदूर पिछले 17 दिनों से वहां फंसे हुए थे। उन्हें बचाने के लिए बचाव प्रयास किए गए। ऑपरेशन चल रहा था। मंगलवार 28 नवंबर की रात आठ बजे सफलता मिल गयी। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)