उन्नाव प्रकरणः तीसरी किशोरी की हालत में सुधार, पुलिस ने शुरू की नये सिरे से जांच पड़ताल

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कानपुरः उन्नाव प्रकरण में तीसरी किशोरी का इलाज रीजेंसी अस्पताल में चल रहा है। जहां अब उसकी हालत में सुधार हो रहा है। जांच कर रही डॉक्टरों की टीम जल्द ही वेंटिलेटर से हटाने का फैसला ले सकती है। जनसम्पर्क अधिकारी परमजीत अरोड़ा ने बताया कि उन्नाव प्रकरण में भर्ती एक किशोरी का इलाज अस्पताल में चल रहा है। आज सुबह मरीज के शरीर में हरकत देखने को मिली है।

इलाज कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि उसकी हालत में सुधार हो रहा है। ब्लड सैंपल व अन्य जांच को लेकर केजीएमसी भेजा गया है। 24 घंटे के भीतर और स्वास्थ्य में सुधार देखा जा सकता है और हो सकता है कि उसे जल्द ही वेंटिलेटर से भी हटा लिया जाये। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद लखनऊ केजीएमयू के विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक टीम रीजेंसी अस्पताल पहुंच रही है। इन चिकित्सकों की निगरानी में मरीज का इलाज होगा। किशोरी की इलाज पर मुख्यमंत्री योगी लगातार नजर बनाये हुए हैं। वहीं जनपद के असोहा के बबुरहा गांव में बुआ-भतीजी के मौत के मामले की जांच पुलिस ने नए सिरे से शुरु कर दी है। एफएसएल और डॉग स्क्वॉयड की टीम उस जगह पहुंची, जहां दोनों के शव मिले थे। डाॅग स्क्वॉयड गांव की ही एक जनरल स्टोर की दुकान पर पहुंचा। पूछताछ पर पता चला कि खेत जाने से पहले दोनों ने दुकान से नमकीन और चिप्स का पैकेट लिया था। फोरेंसिक टीम ने जांच के लिए दुकान के सभी चिप्स और नमकीन के पैकेट कब्जे में लिए हैं।

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कड़ी सुरक्षा के बीच बुआ-भतीजी के शवों को गांव के ही खेत में दफना दिया गया है। इस दौरान सुरक्षा का पूरा इंतजाम किया गया था। कमिश्नर रंजन कुमार, आईजी लक्ष्मी सिंह, डीएम रवींद्र कुमार, एसपी आनंद कुलकर्णी भी उस जगह पर मौजूद रहे जहां दोनों का अंतिम संस्कार हुआ। बबुरहा गांव में बुआ-भतीजी के शव को पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है कि इनकी मौत जहर से हुई थी। मृतक किशोरियों के शरीर पर एक भी चोट के निशान नहीं मिले हैं। हाथ-पैर बांधे जाने के साक्ष्य न तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आए हैं और न ही पुलिस की जांच में। विसरा सुरक्षित कर जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेज दिया गया है उसकी रिपोर्ट आना अभी बाकी है।