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Ujjain: इस दिन होगी श्रावण मास में महाकाल की पहली सवारी, पूरे माह जल्दी उठेंगे भगवान

  entry-to-mahakal-temple-will-be-closed-for-two-months उज्जैन: कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम एवं पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने प्रशासनिक परिसर के सभाकक्ष में आगामी श्रावण-भादौ माह-2023 में भगवान महाकालेश्वर के दर्शन, भगवान महाकालेश्वर की निकलने वाली सवारी एवं नागपंचमी पर्व पर की जाने वाली दर्शन व्यवस्था की समीक्षा की। बुधवार देर शाम भवन निर्माण। उल्लेखनीय है कि महाकालेश्वर मन्दिर में श्रावण-भादौ मास 04 जुलाई 2023 से प्रारम्भ होकर 11 सितम्बर 2023 तक मनाया जायेगा। बैठक में महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक संदीप सोनी ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को ध्यान में रखते हुए की जाने वाली व्यवस्थाओं की जानकारी दी। बताया गया कि इस बार अधिक मास के कारण भगवान महाकालेश्वर की 10 सवारियां निकाली जाएंगी। श्रावण मास की पहली सवारी 10 जुलाई को निकाली जायेगी। 21 अगस्त सोमवार को नागपंचमी का त्योहार भी मनाया जाएगा और सवारी भी निकाली जाएगी और 11 सितंबर को शाही सवारी निकाली जाएगी।

श्रावण मास में भगवान महाकाल डेढ़ घंटे पहले उठेंगे

ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में श्रावण-भादौ माह के दौरान 4 जुलाई से 11 सितंबर तक भगवान महाकाल सामान्य दिनों की तुलना में भक्तों के लिए एक से डेढ़ घंटे पहले उठेंगे। मंदिर की परंपरा के अनुसार श्रावण माह के प्रत्येक सोमवार को दोपहर 2.30 बजे मंदिर के पट खुलेंगे। बाकी दिनों में कपाट दोपहर 3 बजे खोले जाएंगे। इसके बाद भगवान महाकाल की भस्म आरती होगी। दरअसल, सामान्य दिनों में भस्म आरती के लिए मंदिर के दरवाजे सुबह 4 बजे खोले जाते हैं। बुधवार शाम को हुई समीक्षा बैठक में यह फैसला भी लिया गया। बैठक में बताया गया कि श्रावण-भादौ माह में भगवान महाकालेश्वर की भस्म आरती 04 जुलाई 2023 से 11 सितम्बर 2023 तक प्रातः 03 बजे एवं प्रत्येक सोमवार को प्रातः 2.30 बजे होगी। भस्म आरती के दौरान कार्तिकेय मंडपम की अंतिम 03 पंक्तियों से भक्तों के लिए चल भस्म आरती दर्शन की व्यवस्था की जाएगी ताकि अधिक से अधिक लोग दर्शन कर सकें। बैठक में कलेक्टर ने निर्देश दिए कि श्रावण-भादौ माह में सोमवार को वीआईपी का प्रवेश बेगमबाग से रखा जाए तथा मंदिर में प्रवेश गेट नंबर 1 से किया जाए। सवारी के रूट और शाही सवारी के रूट की समीक्षा की गई। कलेक्टर ने कहा कि नागपंचमी पर्व पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा आने वाले श्रद्धालुओं को त्वरित उपचार की सुविधा प्रदान करने के लिए वैसी ही व्यवस्था की जाए, जैसी पिछले महाशिवरात्रि पर्व पर की गई थी। नागपंचमी पर्व पर मंदिर में ही कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। बैठक में श्रद्धालुओं के लिए टेंट, पेयजल एवं बैरिकेडिंग की व्यवस्था के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये। कलेक्टर ने कहा कि श्रद्धालुओं की संख्या को ध्यान में रखते हुए सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद की जाएं। मंदिर परिसर, मंदिर परिक्षेत्र के चारों ओर पर्याप्त संख्या में मजबूत बैरिकेडिंग कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग द्वारा करायी जाये। एक कोर टीम बनाई जाए जो आपसी समन्वय से काम करेगी। जहां भी जूता स्टैंड बनाया जाए, उसे स्थाई रूप से बनाया जाए। पूरे महाकाल लोक में 8 से 10 बड़ी स्क्रीन लगाई जाएं। यह भी पढ़ेंः-SAFF Cup: सुनील छेत्री ने लगाई हैट्रिक, 4-0 से हारा पाकिस्तान पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने निर्देश दिये कि सभी विभाग व्यवस्थाओं के लिये समन्वय समिति बनायें। बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं एवं स्थानीय श्रद्धालुओं के वाहनों के लिए पार्किंग स्थल सुनिश्चित किये जायें। बैरिकेडिंग व्यवस्था दुरुस्त होनी चाहिए। सवारी से 3 घंटे पहले बैरिकेडिंग पूरी कर ली जाए और उसके अनुसार यातायात व्यवस्था की जाए। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)