New Delhi : गर्भावस्था के दौरान कैल्शियम और विटामिन-डी का सेवन करना महिलाओं की हड्डियों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए बेहद जरुरी है। वहीं जानकारी देते हुए विशेषज्ञों ने बताया कि, गर्भावस्था से पहले और बाद में महिला की हड्डियों का स्वास्थ्य बदल सकता है। जब महिला गर्भवती होती है, तो भ्रूण के विकास के लिए उसके शरीर में कई बदलाव होते हैं। इससे हड्डियों का स्वास्थ्य प्रभावित होता है।
डॉ. संध्या रानी ने दी जानकारी
वहीं बेंगलुरु स्थित एस्टर वूमेन एंड चिल्ड्रन हॉस्पिटल की प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. संध्या रानी ने बताया कि, “गर्भावस्था के दौरान हड्डियों को मजबूत बनाए रखने में मदद करने वाला एस्ट्रोजन काफी कम हो जाता है। जिससे विटामिन-डी की कमी और एनीमिया हड्डियों की क्षति में और बढ़ोतरी करते हैं। इसलिए हमें गर्भावस्था से पहले और गर्भावस्था के दौरान भी उनकी देखभाल करनी चाहिए।
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बता दें, कैल्शियम और विटामिन-डी के अपर्याप्त स्तर वाली कुछ महिलाओं को गर्भावस्था से संबंधित ऑस्टियोपोरोसिस से पीड़ित होने की संभावना होती है। हालांकि यह दुर्लभ है, लेकिन इन महिलाओं को आमतौर पर बच्चे के जन्म के दौरान या प्रसव के आठ से 12 सप्ताह बाद हड्डियों में फ्रैक्चर का अनुभव होता है। साथ ही डॉ. संध्या रानी ने बताया कि, बच्चे के जन्म के बाद एस्ट्रोजन का स्तर और भी कम हो जाता है। इसलिए हड्डियों को नुकसान पहुंचने का खतरा ज्यादा होता है।