उदयपुरः राजस्थान के उदयपुर की एक जिला अदालत ने दर्जी कन्हैया लाल की हत्या के मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दी है। एनआईए अब आरोपियों गौस मोहम्मद और रियाज जब्बार को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ शुरू करेगी। इस पहले, हत्या की जांच के लिए एनआईए की टीम गुरुवार रात कानपुर पहुंची और कई जगहों पर छापेमारी की।
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बताया जा रहा है कि हत्यारों के पास से जो दस्तावेज बरामद हुए थे, उसमें कानपुर का कनेक्शन पाया गया था, जिसके बाद इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया। इस बीच, आरोपियों को उदयपुर से अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में शिफ्ट कर दिया गया है। राजस्थान के कई जिलों में शनिवार को पांचवें दिन भी इंटरनेट बंद रहा, वहीं हिंसा को रोकने के लिए धारा 144 भी एक महीने के लिए लगा दी गई है। उदयपुर हत्याकांड में एटीएस और एसओजी ने अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जहां दो आरोपियों को हत्या वाले दिन ही गिरफ्तार कर लिया गया, वहीं दो अन्य को गुरुवार रात को गिरफ्तार किया गया।
आरोपियों का पाकिस्तानी कनेक्शन
कन्हैयालाल हत्या का आरोपी गौस मोहम्मद पाकिस्तान में बैठे सलमान हैदर और अबू इब्राहिम के संपर्क में था। इसी ने रियाज अत्तारी का ब्रेनवॉश कर अपने साथ मिलाया था। सलमान हैदर ने ही गौस मोहम्मद को कट्टरपंथी बनाने के लिए ट्रेनिंग दी थी। वहीं, अबू इब्राहिम आतंकी गतविधियों में शामिल है। सलमान हैदर ने इब्राहिम से गौस मोहम्मद का संपर्क कराया। गौस के घर से जाकिर नाइक के भाषण भी मिले हैं। वहीं ATS अधिकारियों के मुताबिक, अभी तक आरोपियों के मध्य प्रदेश के अल सूफा ग्रुप से कनेक्शन होने के सबूत भी नहीं मिले हैं। फिलहाल एनआईए दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
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