Sunday, January 19, 2025
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रंग लाया Harry Shindler का संघर्ष, विदेश में रह रहे ब्रिटिश नागरिकों को मिला वोट डालने का अधिकार

British Citizens Vote Right: साल 2024 दुनियाभर के लिए बेहद खास होने वाला है, इस साल भारत में जहां राम मंदिर में रामलला विराजमान होंगे और इसकी तैयारी जोरों शोरों से चल रही है। वहीं भारत सहित कई देशों में चुनाव होने वाले हैं। कई देशों में नई सरकार बनने की उम्मीद है तो वहीं कई में उसी सरकार की वापसी होगी। चुनावी माहौल को देखते हुए अब जनता के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है। अब विदेश में रह रहे करीब 30 लाख ब्रिटिश नागरिकों को ब्रिटेन के आम चुनाव और जनमत संग्रहों में वोट डालने का अधिकार वापस मिल गया है।

खत्म हुआ 15 साल का संघर्ष

इन लोगों को चुनाव अधिनियम 2022 के लागू होने के बाद ब्रिटिश आम चुनावों और जनमत संग्रह में मतदान का अधिकार मिल गया है। ये अधिकार 15 साल के संघर्ष के बाद मिला है। इसी के साथ हैरी शिंडलर (Harry Shindler) का दो दशक का कानूनी संघर्ष भी अब खत्म हो गया है, हालांकि आपको बता दें कि इस इस पल के साक्षी नहीं बन पाए हैं। क्योंकि वो अब इस दुनिया में नहीं रहें।

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मतदान के लिए ऑनलाइन करा सकते हैं पंजीकरण

इस वक्त की आई ताजा खबरों के अनुसार, 16 जनवरी से मतदान अधिकार पर 15 साल की मनमानी सीमा रद्द कर दी गई है। इसी के साथ बता दें कि, अब दुनियाभर में रह रहे ब्रिटिश नागरिक ऑनलाइन मतदान करने के लिए पंजीकरण करवा सकते हैं। वे कितने भी समय से विदेश में क्यों न हों, लेकिन अब इस कानून के लागू होने के साथ ही ब्रिटेन की कंजरवेटिव पार्टी के विदेश में रह रहे सदस्यों और समर्थकों के वैश्विक नेटवर्क ‘कंजरवेटिव्स अब्रॉड’ की अगुवाई में चल रहे अभियान ‘वोट्स फॉर लाइफ’ का समापन हो गया है।

इस मामले में बात करते हुए, ब्रिटिश मंत्री माइकल गोव ने कहा कि, ‘अब दुनियाभर में रहे ब्रिटिश नागरिक भविष्य में होने वाले आम चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकते हैं। देश के शासन के प्रति अपनी राय जता सकते हैं। खबर के अनुसार, पुराने कानून में बदलाव ने ब्रिटेन को अमेरिका, फ्रांस, इटली और कनाडा सहित अन्य प्रमुख लोकतांत्रिक देशों की पंक्ति में खड़ा कर दिया है। इस अभियान के सह अध्यक्ष जेन गोल्डिंग ने कहा कि, ये ऐतिहासिक बदलाव है। इसके लिए हैरी शिंडलर ने कड़ी मेहनत की। वो यह लड़ाई जीत तो गए पर उसे देखने से पहले ही उनकी मृत्यु हो गई।

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