Featured लाइफस्टाइल हेल्थ

अगर किसी व्यक्ति में दिखे ये लक्षण तो हो सकता है स्वाइन फ्लू, जानें कैसे फैलता है वायरस

नई दिल्लीः स्वाइन फ्लू सामान्य रूप से केवल सुअरों को प्रभावित करती है। यह आमतौर पर स्वाइन इन्फ्लूएंजा ए वायरस के एच1एन1 स्ट्रेंन के कारण होता है। हालांकि एच1एन2, एच3एन1 और एच3एन2 के रूप में अन्य स्ट्रेंस भी सूअरों में मौजूद रहते हैं। लोगों में स्वाइन फ्लू होना सामान्य नहीं है, मानवीय संक्रमण कभी-कभी होते हैं, मुख्यतया संक्रमित सुअरों के साथ निकट संपर्क में आने के बाद यह मनुष्यों में यह फैल सकता है। वर्ष 2009 के दौरान सूअर इन्फ्लूएंजा वायरस की एक नई स्ट्रेन मेक्सिको में उभरी और मनुष्यों में रोग पैदा करना शुरू कर दिया। विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि इन्फ्लूएंजा के इस नए स्ट्रेन, जिसे इन्फ्लुएंजा ए (H1N1) कहा जाता है, एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है। दुनिया भर के विशेषज्ञों विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ मिलकर काम कर रहे हैं यह निर्धारित करने के लिए कि इस वायरस से जनता को क्या खतरा हो सकता है। ऐसा भी विचार है कि यह नया स्ट्रेन एक ह्यूमन फ्लू पैंडेमिक का कारण बन सकता है।

स्वाइन फ्लू कैसे सुअरों के बीच फैलता है?
सुअर स्वाइन फ्लू प्राप्त कर सकते हैं अगर वे एक संक्रमित सुअर की छोड़ी गई सांस की बूंदों को अपनी साँस में खींचते हैं। उन्हें एक संक्रमित सुअर के साथ प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से संपर्क के माध्यम से भी संक्रमण हो सकता है।

संक्रमित सुअरों में दिखते है यह लक्षण
सुअरों में स्वाइन फ्लू के लक्षण सुस्ती, बुखार, खांसी और सांस लेने में मुश्किल आदि हो सकते हैं। कुछ संक्रमित सुअर (लगभग 1 से 4फीसदी) मर सकते हैं, लेकिन अधिकतर सुअर तेजी से ठीक हो जाते हैं।

ये भी पढ़ें..पटना से दिल्ली जा रही इंडिगो की फ्लाइट में बम की...

मानव में इन्फ्लूएंजा एक (H1N1) के लक्षण
जब इंसान स्वाइन फ्लू के वायरस से संक्रमित होते हैं, तो उनके लक्षण आमतौर पर मौसमी इन्फ्लूएंजा के समान ही नजर आते हैं। इसमें बुखार, थकान, भूख की कमी, खांसी और गले में खराश शामिल हैं। कुछ लोगों को उल्टी और दस्त भी हो सकती है। कई मामलों में इन्फ्लूएंजा ए (H1N1) से संक्रमित लोगों की मौत भी हुई है। बहरहाल इन्फ्लूएंजा ए (H1N1) के लक्षण हल्के रहे हैं और अधिकाँश लोग पूरी तरह ठीक भी हुए हैं।

स्वाइन फ्लू में इस तरह करें शरीर की देखभाल
स्वाइन फ्लू से संक्रमित होने पर व्यक्ति को चिकित्सक खानपान में कुछ परहेज की सलाह देते है। स्वाइन फ्लू से संक्रमित व्यति को पौष्टिक भोजन करना चाहिए। स्वाइन फ्लू से पीड़ित व्यक्ति को अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत करने की जरूरत होती है। इसके लिए विटामिन सी युक्त फलों और सब्जियों का भरपूर सेवन करना बेहद हितकारी होगा। साथ ही बाहर का कुछ भी खाने के बजाय घर पर बने खाने का ही सेवन करना चाहिए। तला-भुना, मसालेदार, प्रोसेस्ड और अधिक शुगर युक्त खाद्य पदार्थों के सेवन से बचें।

अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक औरट्विटरपर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें…